#NewsBytesExplainer: क्या है ISIS-K और इसने रूस में क्यों किया हमला?
क्या है खबर?
रूस की राजधानी मॉस्को में एक आतंकवादी हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई है और 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 4 बंदूकधारी हमलावरों ने एक कॉन्सर्ट हॉल में घुसकर लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (IS) की अफगान शाखा ISIS-K ने ली है।
आइए जानते हैं ये संगठन क्या है और इसने रूस पर क्यों हमला किया।
ISIS-K
क्या है ISIS-K?
ISIS-K का मतलब इस्लामिक स्टेट खुरासान होता है। दरअसल, पहले के समय में ईरान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों से बने इलाके को खुरासान कहा जाता था। इसी के नाम पर ISIS की अफगान शाखा को ISIS-K नाम मिला है। वर्तमान में यह अफगानिस्तान व सीरिया के बीच का हिस्सा है।
2014 के बाद से ये संगठन पूर्वी अफगानिस्तान में अधिक सक्रिय रहा है और कई हमलों में इसका नाम सामने आया है।
स्थापना
कैसे हुई ISIS-K की स्थापना?
माना जाता है कि इस संगठन को 2015 में तालिबान के पाकिस्तानी सहयोगी के असंतुष्ट सदस्यों द्वारा स्थापित किया गया था। इसमें अलग विचारधारा रखने वाले आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े लोग भी शामिल हैं। इस संगठन को मुख्य तौर पर सीरिया से चलाया जाता है।
2018 में ये संगठन अपने चरम पर था, जिसके बाद इसके सक्रियता कम हुई है। हालांकि, अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के बाद ये संगठन फिर सक्रिय हुआ है।
हमले
ISIS-K ने किन हमलों को दिया है अंजाम?
ISIS-K ने अफगानिस्तान के अंदर और बाहर कई हमलों को अंजाम दिया है। हाल ही में एक अमेरिकी इंटरसेप्टेड कम्युनिकेशन से पुष्टि हुई थी कि समूह ने ईरान में धमाके किए थे, जिसमें लगभग 100 लोग मारे गए थे।
सितंबर, 2022 में ISIS-K ने काबुल में रूसी दूतावास पर घातक आत्मघाती बम धमाके की जिम्मेदारी ली थी।
ISIS-K ने 2021 में काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी हमला किया था, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक और कई नागरिक मारे गए थे।
अस्पताल
ISIS-K ने काबुल के अस्पताल को बनाया था निशाना
ISIS-K ने 2020 में काबुल के एक अस्पताल के प्रसूती वार्ड में अंधाधुंध फायरिंग की थी। इसमें 16 गर्भवती महिलाओं की मौत हो गई थी।
मई, 2021 में काबुल में ही लड़कियों के एक स्कूल में ISIS-K ने बड़ा धमाका किया था, जिसमें 68 लोगों की मौत हुई थी और 165 घायल हुए थे।
यह संगठन आत्मघाती हमलों के लिए भी कुख्यात रहा है और अब तक इसके कई आतंकी खुद के शरीर पर बम लगाकर धमाका कर चुके हैं।
वजह
ISIS-K ने रूस पर क्यों किया हमला?
विशेषज्ञों का कहना है कि IS ने हाल के वर्षों में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जमकर विरोध किया है। दरअसल, पुतिन ने 2015 में हस्तक्षेप कर IS के खिलाफ सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का समर्थन किया था।
वाशिंगटन स्थित रिसर्च ग्रुप सौफान सेंटर के कॉलिन क्लार्क ने कहा, "ISIS-K का लक्ष्य पिछले 2 सालों से रूस रहा है। वह अपने अभियान में अक्सर पुतिन की आलोचना करता रहता है।"
अमेरिका
हमले के बारे में अमेरिका ने क्या कहा?
हमले की जिम्मेदारी IS द्वारा लेने के बाद अमेरिका ने भी इसकी पुष्टि की है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा कि हमारी संवेदनाएं इस भयानक हमले के पीड़ितों के साथ हैं।
रूस में अमेरिकी दूतावास ने इस महीने की शुरुआत में आतंकवादी हमले की चेतावनी दी थी। अमेरिका ने कहा था कि चरमपंथियों ने मॉस्को में संगीत समारोहों सहित बड़ी सभाओं को निशाना बनाने की योजना बनाई है।
हमला
कब और कैसे हुआ हमला?
BBC के मुताबिक, ये हमला मॉस्को के उत्तर पश्चिमी शहर क्रास्नोगोर्स्क में मौजूद क्रॉकस सिटी हॉल रीटेल एंड कॉन्सर्ट कॉम्प्लेक्स में हुआ है। यहां पिकनिक नाम के एक रूसी रॉक ग्रुप का कार्यक्रम होना था, जिसके लिए 6,000 लोगों की भीड़ जुटी थी।
हालांकि, प्रस्तुति से पहले ही 4 बंदूकधारी हॉल में घुसे और लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं, जिसके बाद इमारत में आग लग गई और छत का कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया।