अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने आतंकी संगठन हमास से की पुतिन की तुलना, जानें क्या कारण दिया
गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तुलना आतंकी संगठन हमास से कर डाली। उन्होंने हमास और पुतिन दोनों को दुनिया के लिए खतरा बताया और कहा कि ये दोनों पड़ोसी लोकतंत्र को नष्ट करने पर तुले हैं। बाइडन की ये टिप्पणी तब सामने आ रही है जब पुतिन ने चीन का दौरा किया है। इस बयान के बाद अमेरिका और रूस के बीच तनाव और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
बाइडन ने क्या कहा?
अमेरिकी लोगों को अपने दुर्लभ लाइव वीडियो संबोधन में बाइडन ने कहा, "हमास और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अलग-अलग खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन इनमें एक चीज सम्मान है, ये दोनों पड़ोसी लोकतंत्र को पूरी तरह से नष्ट करना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "हम एक महान राष्ट्र के रूप में अपनी जिम्मेदारी के तहत हमास जैसे आतंकवादियों और पुतिन जैसे अत्याचारियों को जीतने नहीं दे सकते और न ही जीतने देंगे। मैं ऐसा होने देने से इनकार करता हूं।"
बाइडन ने कहा- इजरायल और यूक्रेन का समर्थन अमेरिकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण
बाइडन ने अपने संबोधन में यूक्रेन और इजरायल को अमेरिकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि वो दोनों ही एक अप्रत्याशित जंग लड़ रहे हैं। घरेलू स्तर पर अतिरिक्त फंडिंग को लेकर घिरे बाइडन संसद से इन दोनों देशों के लिए अतिरिक्त सैन्य सहायता मांगने वाले हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, वो 8,733 अरब रुपये की मांग करने वाले हैं, जिसमें यूक्रेन के लिए 4,990 अरब रुपये और इजरायल के लिए 1,164 अरब रुपये होंगे।
अफगानिस्तान और ताइवान को भी दी जाएगी अतिरिक्त मदद
बाइडन ने कहा कि अफगानिस्तान और ताइवान के लिए अतिरिक्त राशि दी जाएगी। अतिरिक्त मदद पर बाइडन ने कहा कि यह एक स्मार्ट निवेश है, जो पीढ़ियों तक अमेरिकी सुरक्षा के लिए लाभांश का भुगतान करेगा।
पुतिन के चीनी दौरे से तो नहीं भड़के बाइडन?
इजरायल-हमास युद्ध के बीच हाल ही में पुतिन ने चीन का दौरा किया था और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। रूस और चीन दोनों को ही अमेरिका का दुश्मन माना जाता है और उनका साथ आना उसके लिए चिंता बढ़ाने वाला है। इस दौरे के बाद ही रूस ने अमेरिका को घेरा और इजरायल-हमास युद्ध को रुकवाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में प्रस्ताव लेकर आया। हालांकि, इस प्रस्ताव को अमेरिका ने वीटो कर दिया।
रूस को लेकर क्यों बढ़ रही अमेरिका की समस्या?
अमेरिका और रूस के संबंधों में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से तनाव बढ़ा हुआ है। अमेरिका और उसके सहयोगी देश लगातार रूस की खिलाफत कर रहे हैं, वहीं रूस अमेरिका के शत्रु देशों से नजदीकियां बढ़ा रहा है। चीन इन देशों में ही शामिल है, जिसके साथ ताइवान को लेकर अमेरिका का तनाव है। इसके अलावा उत्तर कोरिया से भी रूस की नजदीकी बढ़ी है। इन तीनों देशों की बढ़ती नजदीकी अमेरिका के लिए परेशानी का कारण है।