यूक्रेन लौटने पर वोलोडिमीर जेलेंस्की ने अपना बयान साझा किया, अमेरिका के लिए क्या कहा?
क्या है खबर?
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की अपनी अमेरिका और ब्रिटेन की यात्रा के बाद यूक्रेन वापस पहुंच गए हैं, जहां से सोमवार को उन्होंने एक वीडियो साझा किया।
यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ व्हाइट हाउस में हुई तनावपूर्ण बैठक के कुछ ही दिनों बाद आया है।
व्हाइट हाउस में जेलेंस्की की ट्रंप और वेंस के साथ बहस हुई थी, जिसका एक वीडियो भी सामने आया था।
बयान
जेलेंस्की ने वीडियो में क्या कहा?
जेलेंस्की ने यूक्रेन पहुंचने के बाद वीडियो संदेश में अपने देशवासियों को यूक्रेनी भाषा में संबोधित करते हुए कहा, "इन दिनों के परिणामस्वरूप, हम यूरोप से स्पष्ट समर्थन देखते हैं, जिसमें अधिक एकता, सहयोग करने की और अधिक इच्छा शामिल है। हर कोई मुख्य मुद्दे पर एकजुट है- शांति को वास्तविक बनाने के लिए, हमें सुरक्षा गारंटी की आवश्यकता है।"
बयान
जेलेंस्की ने कहा- अमेरिका के महत्व को समझते हैं
जेलेंस्की ने कहा कि एकजुटता को लेकर यूनाइडेट किंगडम, यूरोपीय संघ, तुर्किये समेत यूरोप, पूरे महाद्वीप में एक जैसी स्थिति है।
उन्होंने कहा, "बेशक, हम अमेरिका के महत्व को समझते हैं, और हम अमेरिका से प्राप्त सभी समर्थन के लिए आभारी हैं। ऐसा कोई दिन नहीं, जब हमने कृतज्ञता महसूस न की हो। यह हमारी स्वतंत्रता के संरक्षण के लिए कृतज्ञता है। हमें शांति की आवश्यकता है, अंतहीन युद्ध की नहीं। इसलिए हम कहते हैं सुरक्षा गारंटी इसकी कुंजी है।"
ट्विटर पोस्ट
वोलोडिमीर जेलेंस्की का अंग्रेजी में अनुवादित वीडियो
As a result of these days, we see clear support from Europe. Even more unity, even more willingness to cooperate.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) March 3, 2025
Everyone is united on the main issue – for peace to be real, we need real security guarantees. And this is the position of all of Europe – the entire continent. The… pic.twitter.com/inGxdO8jQz
समर्थन
यूक्रेन को ब्रिटेन समेत अन्य यूरोपीय देशों का समर्थन
अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप से तीखी नोकझोंक के बाद जेलेंस्की अपना दौरा अधूरा छोड़कर लंदन के शिखर सम्मेलन में पहुंच गए थे।
यहां ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने यूक्रेन को पूरा समर्थन देने का वादा किया। साथ में युद्ध पर चर्चा के लिए यूरोपीय समेत अन्य देशों के नेताओं की बैठक बुलाई।
बैठक में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो समेत कई नेता शामिल थे।