अफगानिस्तान: जलालाबाद में तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई फायरिंग, तीन लोगों की मौत
क्या है खबर?
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान सरकार बनाने की तैयारियों में जुटा है। वह इस बार पहले से अधिक उदार होने तथा महिलाओं को अधिकार देने के दावे कर रहा है।
इन सबके बीच तालिबान के खिलाफ विद्रोह की चिंगारी भी भड़क उठी है। अफगानिस्तान के पंजशीर और जलालाबाद में लोगों ने तालिबान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद तालिबान ने फायरिंग कर दी। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई।
पृष्ठभूमि
तालिबान ने रविवार को किया था अफगानिस्तान पर कब्जा
गौरतलब है कि काबुल पर कब्जे के साथ ही पूरा अफगानिस्तान तालिबान के कब्जे में आ गया है।
तालिबान ने युद्ध समाप्ति की घोषणा करते हुए कहा है कि वह जल्द ही नई शासन व्यवस्था की जानकारी देगा। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके स्टाफ ने रविवार को ही देश छोड़ दिया था।
तालिबान का राज वापस आने के बाद अफगान महिलाएं सबसे ज्यादा डरी हुई हैं जिन्हें उसके पहले शासन में अत्याचारों को सामना करना पड़ा था।
वादा
तालिबान ने किया महिलाओं को शरिया कानून के मुताबिक अधिकार देने का वादा
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने बुधवार को पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना एक उदार चेहरा दिखाने की कोशिश की।
इसमें तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि वह महिलाओं को शरिया कानून के हिसाब से काम करने का अधिकार देंगे। महिलाएं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर सकेंगी।
उन्होंने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
जानकारी
वादों के बीच बुर्का नहीं पहनने पर की महिला की हत्या
महिलाओं को अधिकार देने के वादों के बीच तालिबानी लड़ाकों ने मंगलवार को तखर प्रांत में बिना बुर्का पहले बाजार गई एक महिला की बीच बाजार गोली मारकर हत्या कर दी। उस दौरान महिला के परिजन भी साथ थे, लेकिन वह उसे नहीं बचा सके।
प्रदर्शन
जलालाबाद में लोगों ने उतारा तालिबान का झंडा
NDTV के अनुसार, जलालाबाद में बुधवार को हुए विरोध प्रदर्शन में लोगों ने तालिबान का झंडा उतार दिया था और दोबारा से अफगानिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया।
स्थानीय न्यूज एजेंसी पजवोक अफगान न्यूज की ओर से ट्वीट किए गए वीडियो में लोगों को राष्ट्रीय ध्वज लेकर सड़क पार करते हुए दिखाया गया है।
इसी बीच तालिबान लड़ाके मशीन गन से फायरिंग कर देते हैं। इससे प्रदर्शन रुक जाता है और लोग नारे लगाने लगते हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें प्रदर्शन और फायरिंग का वीडियो
#Taliban firing on protesters in Jalalabad city and beaten some video journalists. #Afghanidtan pic.twitter.com/AbM2JHg9I2
— Pajhwok Afghan News (@pajhwok) August 18, 2021
घायल
फायरिंग में घायल हुए एक दर्जन से अधिक लोग
तालिबान की ओर से प्रदर्शनकारियों पर की गई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। फायरिंग के बाद मौके पर लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए।
बता दें जलालाबाद में यह घटना उस समय घटित हुई जब तालिबान के नेता सरकार बनाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और अन्य नेताओं के साथ बातचीत कर रहे थे। इस घटना से विरोध के बढ़ने की संभावना है।
विरोध
पंजशीर में नॉर्दन अलायंस ने की तालिबान के खिलाफ बगावत
तालिबान के खिलाफ बगावत की चिंगारी पंजशीर से भी उठी है। यहां नॉर्दन एलायंस ने बगावत करते हुए अपना झंडा फहरा दिया है। बता दें कि पंजशीर अब तक तालिबान के कब्जे में नहीं आया है।
इसके अलावा उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने चरिकर इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है।
उन्होंने राष्ट्रपति अशरफ गनी के काबुल से भागने के बाद खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित कर दिया है और वह इसके लिए समर्थन हासिल करने में लगे हैं।
बयान
अफगानिस्तान के लोग आसानी से नहीं उठाएंगे तालिबान का झंडा- काटजू
मौजूदा स्थिति पर पूर्व राजनयिक विवेक काटजू ने कहा कि अभी यह प्रारंभिक स्थिति है। ऐसे में कोई फैसला करना जरा मुश्किल है। हालांकि, अभी जो तस्वीरे सामने आई हैं उससे लगता है कि जलालाबाद में प्रदर्शन हुआ है।
उन्होंने कहा कि अब अफगानिस्तान का जो ध्वज उठाया गया है उससे ये मामलू होता है कि लोगों को उससे लगाव है। यह इस बात को दर्शाया है कि वहां के लोग आसानी से तालिबान का झंडा नहीं उठाएंगे।