
अफगानिस्तान और पाकिस्तान क्यों कर रहे एक-दूसरे पर हमला, क्या है संघर्ष की वजह?
क्या है खबर?
भारत के 2 पड़ोसी देशों- अफगानिस्तान और पाकिस्तान में संघर्ष बढ़ता जा रहा है। बीते 6 दिन से जारी इस संघर्ष में कई लोगों की मौत हो गई है और दोनों देशों ने एक-ूदसरे के सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाने का दावा भी किया है। ये अफगानिस्तान और पाकिस्तान में बीते कई सालों का सबसे भीषण संघर्ष है, जिसने दोनों देशों के बीच तनाव को गंभीर स्थिति तक बढ़ा दिया है। आइए जानते हैं अब तक क्या-क्या हुआ।
शुरुआत
कैसे हुई संघर्ष की शुरुआत?
हालिया संघर्ष की शुरुआत 10 अक्टूबर को हुई थी, जब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और सीमावर्ती प्रांत पक्तिका में हवाई हमले हुए थे। पाकिस्तान ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली थी, लेकिन पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल पाकिस्तान में आतंकवाद को अंजाम देने के लिए एक अड्डे के रूप में किया जा रहा है। अफगानिस्तान ने भी हमलों का आरोप पाकिस्तान पर लगाया।
संघर्ष
कैसे बढ़ा संघर्ष?
कथित पाकिस्तानी हमले के जवाब में 12 अक्टूबर को तालिबान ने कुनार और नांगरहार सीमा प्रांतों के नजदीक कई इलाकों में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ हमले शुरू कर दिए। अफगानिस्तान ने दावा किया कि उसने 2 प्रांतों में 2 पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा कर लिया और कई चौकियों को तबाह कर दिया। अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा, "तालिबान बलों ने पड़ोसी देश द्वारा बार-बार उल्लंघन और हवाई हमलों के जवाब में पाकिस्तानी सैनिकों के खिलाफ सफल जवाबी हमले किए हैं।"
नुकसान
दोनों देशों को कितना नुकसान हुआ?
नुकसान को लेकर दोनों देशों ने अलग-अलग दावे किए हैं। पाकिस्तान ने 200 से अधिक तालिबान सैनिकों को मारने का दावा किया है, जबकि तालिबान ने कहा कि पाकिस्तानी हमलों में 9 लोग मारे गए। अफगानिस्तान ने दावा किया कि उसने 12 अक्टूबर के हमले में 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने स्वीकार किया कि उसके 23 सैनिक मारे गए। सैन्य उपकरणों और चौकियों पर नुकसान को भी दोनों देशों ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया।
वजह
संघर्ष की वजह क्या है?
पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान पर पाकिस्तानी तालिबान (TTP) नामक आतंकवादी समूह को पनाह देने का आरोप लगाता रहा है। 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान में इस्लामी हिंसा में वृद्धि हुई है। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान TTP का गढ़ है। दोनों इलाके आतंकवादी हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। हाल ही में इस समूह ने कई हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें पाकिस्तानी सेना के जवान और आम लोग मारे गए हैं।
भारत
संघर्ष में भारत का नाम क्यों आ रहा है?
पाकिस्तान-अफगानिस्तान में संघर्ष ऐसे समय बढ़ा है, जब अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी भारत दौरे पर हैं। भारत-तालिबान संबंधों के लिहाज से ये यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है। इस दौरान भारत ने अफगानिस्तान में दूतावास खोलने और दोनों देशों में सहयोग बढ़ाने की बात कही है। पाकिस्तानी सेना ने कहा भी था कि अफगानिस्तान ने उकसावे वाली कार्रवाई ऐसे समय की है, जब तालिबान के विदेश मंत्री भारत दौरे पर हैं।
संबंध
कभी बेहद नजदीक माने जाते थे पाकिस्तान और तालिबान
पाकिस्तान को अफगान तालिबान का संरक्षक माना जाता है। कभी पाकिस्तान का तालिबान नेतृत्व पर काफी प्रभाव था और उसने उसे कूटनीतिक रूप से आश्रय दिया था। ACLED के दक्षिण एशिया के वरिष्ठ विश्लेषक पर्ल पांड्या ने CNN से कहा, "पाकिस्तान अफगानिस्तान से संबंधों को भारत के साथ संतुलन बनाने के लिए अहम मानता रहा है। इसी वजह से उसने अमेरिका के आतंकवाद के खिलाफ युद्ध का बाहरी समर्थन करने के बावजूद तालिबान को गुप्त रूप से समर्थन दिया था।"