अमेरिका: कोलंबिया विश्वविद्यालय में घुसी पुलिस, हैमिल्टन हॉल से फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों को हटाया
क्या है खबर?
अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में फिलिस्तीन समर्थक छात्रों का विरोध-प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है।
बीते दिन प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के हैमिल्टन हॉल पर कब्जा कर लिया था। अब न्यूयॉर्क पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हॉल से तितर-बितर कर दिया है। पुलिस खिड़की के रास्ते हॉल में घुसी और दर्जनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने कहा कि इस दौरान कोई घायल नहीं हुआ है।
ग्रेनेड
पुलिस ने किया फ्लैश बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल
CNN के मुताबिक, विश्वविद्यालय में दाखिल होने के 2 घंटे के अंदर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से हैमिल्टन हॉल को आजाद करवा दिया।
पहले खबर थी कि पुलिस ने छात्रों पर आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन बाद में अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने फ्लैश-बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल किया था। इस ग्रेनेड के फटने पर तेज रोशनी और आवाज होती है।
फिलहाल गिरफ्तार छात्रों को एक बस में रखा गया है।
नाम
गाजा में मारी गई बच्ची के नाम पर रखा हॉल का नाम
प्रदर्शनकारियों ने हॉल पर कब्जा करने के बाद इसका नाम 'हिंद हॉल' करने की घोषणा की थी। उन्होंने हिंद नाम से एक बैनर भी हॉल की इमारत पर लहराया। बता दें कि हिंद गाजा में रहने वाली एक 6 साल की बच्ची थी, जिसकी इजरायल के हमले में मौत हो गई थी।
प्रदर्शनकारियों ने इमारत पर फिलिस्तीन का झंडा भी लहराया था। विश्वविद्यालय ने प्रदर्शनकारियों द्वारा कई जगह तोड़फोड़ करने की बात भी कही है।
बयान
विश्वविद्यालय ने कहा- कोई और विकल्प नहीं था
विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा, "आज रात 9 बजे न्यूयॉर्क पुलिस विश्वविद्यालय के अनुरोध पर परिसर में घुसी है। यह फैसला सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने के लिए लिया गया है। हमें खेद है कि प्रदर्शनकारियों ने अपने प्रदर्शन को आगे बढ़ाने और इसे बुरी स्थिति में ले जाने का विकल्प चुना। हमें रातों-रात पता चला कि हैमिल्टन हॉल पर कब्जा कर लिया गया है, तोड़फोड़ की गई है। हमारे पास पुलिस को बुलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।"
व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस ने की घटना की आलोचना
व्हाइट हाउस ने हैमिल्टन हॉल में हुई घटना की आलोचना की है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन का मानना है कि छात्रों द्वारा एक शैक्षणिक भवन पर कब्जा करना बिल्कुल गलत दृष्टिकोण है और शांतिपूर्ण विरोध का उदाहरण नहीं है।
न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने कहा कि हैमिल्टन हॉल का अधिग्रहण बाहरी आंदोलनकारियों द्वारा उकसाया गया था, जिनका कोलंबिया के साथ कोई संबंध नहीं है।
मांग
क्या हैं छात्रों की मांगें?
प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि इजरायल गाजा पट्टी में मानवाधिकारों को गंभीर उल्लंघन कर रहा है और युद्ध पर तत्काल विराम लगाया जाना चाहिए।
इसके अलावा वे विश्विद्यालयों से ऐसे देशों और ऐसी कंपनियों से संबंध तोड़ने की मांग भी रहे हैं, जिन्हें कथित तौर पर गाजा युद्ध से फायदा हो रहा है। इनमें सीधों पर इजरायल से जुड़ी और उसके लिए हथियार और युद्ध सामग्री बनाने वाली कंपनियां भी शामिल हैं।