
इतिहास में दर्ज किए गए सबसे शक्तिशाली भूकंप कौन-कौनसे हैं और उनमें कितना नुकसान हुआ था?
क्या है खबर?
रूस के सुदूर पूर्वी प्रायद्वीप कामचटका में आज 8.8 तीव्रता का भूकंप आया है। इससे रूस, जापान, अमेरिका समेत कई देशों में सुनामी आने की आशंका है। जापान ने 19 लाख लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया है, तो अमेरिका ने भी तैयारी शुरू कर दी है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, ये बीते 14 सालों में दुनिया का सबसे बड़ा और अब तक का छठा सबसे शक्तिशाली भूकंप है।
जापान
2011 जापान भूकंप के बाद ये सबसे शक्तिशाली भूकंप
रूस में आया यह भूकंप 2011 में जापान में आए भूकंप के बाद दुनिया का सबसे शक्तिशाली भूकंप है। इससे अमेरिका के हवाई, अलास्का, कैलिफोर्निया और अन्य पश्चिमी तटीय राज्य सुनामी के खतरे में हैं। 2011 में जापान में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद बड़ी सुनामी आई थी और लगभग पूरा जापान बड़े पैमाने पर तबाह हो गया था। कामचटका में विनाशकारी भूकंप आते रहते हैं। इससे पहले 1952 में यहां 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
छठा भूकंप
ये दुनिया का छठा सबसे शक्तिशाली भूकंप
USGS के मुताबिक, रूस में आया भूकंप अब तक के दर्ज 6 सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक है। इससे पहले 2010 में चिली के बायोबियो क्षेत्र लगभग इसी तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 523 लोगों की मौत हुई थी और 3.7 लाख से ज्यादा घर तबाह हो गए थे। वहीं, 1906 में इक्वाडोर के एस्मेराल्डास में आए विनाशकारी भूकंप के बाद आई सुनामी ने 1,500 लोगों की जान ली थीं और लाखों लोग प्रभावित हुए थे।
सबसे विनाशकारी भूकंप
कब और कहां आया था इतिहास का सबसे भयानक भूकंप?
22 मई, 1960 को चिली के बायोबियो में 9.5 तीव्रता का भूकंप आया था। ये अब तक दर्ज किए गए भूकंपों में सबसे शक्तिशाली था। इस भूकंप में आधिकारिक तौर पर 1,655 लोग मारे गए थे और 20 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे। इसे वालदिवीया और ग्रेट चिलियन भूकंप भी कहा जाता है। चिली के अलावा जापान, हवाई और अन्य तटीय इलाकों में भी जान-माल का नुकसान हुआ था।
भूकंप
इतिहास के 5 सबसे शक्तिशाली भूकंपों के बारे में जानिए
दुनिया का दूसरा सबसे शक्तिशाली भूकंप 1964 में अलास्का में आया था। इसकी तीव्रता 9.2 थी। तीसरा सबसे शक्तिशाली भूकंप 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा में आया था। इससे भारत में भी सुनामी आई थी। कुल 2.80 लाख लोग मारे गए थे। 2011 में जापान में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जो इतिहास का चौथा शक्तिशाली भूकंप था। 1952 में रूस के कामचटका में ही 9.0 तीव्रता का अब तक 5वां सबसे भीषण भूकंप आया था।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
भूकंप पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट्स की गति और टकराव के कारण आता है। पृथ्वी की बाहरी परत कई टुकड़ों (प्लेट) में बंटी हुई है, जिन्हें टेक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये लगातार बहुत धीमी गति से हिलती रहती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं तो एक-दूसरे के ऊपर या नीचे खिसकती हैं या किनारों पर रगड़ती हैं, तब उनमें तनाव जमा होता है। जब यह बहुत ज्यादा हो जाता है तो ऊर्जा विस्फोट होकर भूकंप का रूप लेती है।