
कई देशों में सुनामी की चेतावनी, जापान और अमेरिका में लोगों को निकालने का काम जारी
क्या है खबर?
रूस के कामचटका प्रायद्वीप में आए 8.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद प्रशांत महासागर में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। ऐसे में जापान, हवाई और अमेरिका के पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है। कामचटका में 3 से 4 मीटर (10-13 फीट) ऊंची सुनामी लहरें देखी गई हैं, जबकि उत्तरी जापान के होक्काइडो शहर तक 30 सेंटीमीटर (12 इंच) ऊंची लहरें पहुंच गई हैं।
सुरक्षा
जापान में 9 लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया, सुनामी की चेतावनी जारी
जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी ने पूर्वी तट के अधिकांश हिस्सों में 10 फीट से ज्यादा ऊंची लहरों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने कहा कि लहरें दोपहर तक जापान पहुंच सकती हैं। सुनामी की चेतावनी को देखते हुए कुछ तटीय कस्बों और शहरों को खाली करने के आदेश जारी किए गए हैं। जापान में अभी तक 9 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
चेतावनी
फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से श्रमिकों को निकाला गया, हवाई में भी सुनामी चेतावनी
जापान के फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र के कर्मचारियों को भी एहतियात के तौर पर बाहर निकाल लिया गया है। 2011 में आए बड़े भूकंप और सुनामी के कारण यह संयंत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था। संयंत्र के एक प्रवक्ता ने बताया कि सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया गया है और इस घटना के दौरान संयंत्र में कोई असामान्यता नहीं पाई गई। हवाई में होनोलूलू आपातकालीन प्रबंधन विभाग ने भी तटीय निवासियों से जगह खाली करने को कहा है।
खतरा
कामचटका के गर्वनर ने सबसे खतरनाक भूकंप बताया
कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने 8.8 तीव्रता के भूकंप को दशकों में सबसे शक्तिशाली बताया। उन्होंने क्षेत्र में एक किंडरगार्टन को हुए नुकसान की पुष्टि की, लेकिन किसी के घायल होने या मौत की खबर नहीं आई है। कामचटका के दक्षिण में सेवेरो-कुरिल्स्क सबसे अधिक प्रभावित हुआ। रूसी बंदरगाह शहर में सुनामी की 3 लहरें आईं, जिनमें तीसरी लहर ने बंदरगाह के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया। रूस का द्वीपीय शहर सखालिन भी खाली करने को कहा गया है।
जानकारी
अमेरिका ने भी जारी की चेतावनी
अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली ने भी खतरनाक सुनामी लहरों की चेतावनी जारी की। संभावना है कि रूस और इक्वाडोर के कुछ तटों पर 3 मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठेंगी। अमेरिका के पश्चिमी तट सहित प्रशांत महासागर के अधिकांश भाग में छोटी लहर उठेगी।