लेबनान में पेजर धमाकों की 9 साल से तैयारी कर रहा था इजरायल, सामने आई योजना
17 और 18 सितंबर को लेबनान में हिज्बुल्लाह के लड़ाकों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके हुए थे। इसमें 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों घायल हुए थे। हिज्बुल्लाह ने इनका आरोप इजरायल पर लगाया है। हालांकि, इजरायल ने इस संबंध में अभी तक कुछ नहीं कहा है। अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद बीते 9 साल से योजना पर काम कर रही थी।
2015 से योजना पर काम कर रहा था इजरायल
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, इस योजना का पहला चरण 2015 में मोसाद द्वारा शुरू किया गया था। दरअसल, हिज्बुल्लाह के लड़ाके पकड़े जाने से बचने के लिए मोबाइल वगैरह का इस्तेमाल नहीं करते थे। इजरायल के लिए ये सबसे बड़ी चुनौती थी। इस बीच मोसाद ने एक महिला को पेजर बनाने वाली अपोलो कंपनी के एजेंट के तौर पर प्लांट किया। इस महिला को ताइवान की अपोलो कंपनी का मध्य-पूर्व का डिस्ट्रीब्यूटर बताया गया।
मोसाद ने सप्लाय चेन में की घुसपैठ
इस महिला एजेंट ने हिज्बुल्लाह को आश्वासन दिया कि ये बड़ी बैटरी वाले पेजर महीनों तक बिना चार्ज किए काम कर सकते हैं। इसके बाद हिज्बुल्लाह ने 5,000 पेजर का ऑर्डर दिया। दूसरी ओर, बड़ी बैटरी होने के चलते मोसाद के लिए इन पेजर में विस्फोटक लगाना भी आसान था। 9 साल तक इजरायल ने हिज्बुल्लाह के लड़ाकों की बातें सुनने के लिए रेडियो का इस्तेमाल किया और पेजर को भविष्य की किसी आपात स्थिति के लिए रोके रखा।
नुकसान पहुंचाने के लिए बनाई गई ये योजना
धमाके से पहले पेजर में एक संदेश भेजा गया, जिसमें लिखा गया था कि कोई गुप्त मैसेज आ रहा है, इसके लिए आपको पेजर के 2 बटन एक साथ दबाने होंगे। मोसाद ने ऐसा जानबूझकर किया था, ताकि लड़ाके दोनों हाथों से पेजर को पकड़े और धमाके में उनके दोनों हाथ घायल हो। हिज्बुल्लाह ने फरवरी में इन पेजरों को लड़ाकों को देना शुरू किया था। कुछ पेजर तो हमले के एक दिन पहले ही बांटे गए थे।
कब और कैसे हुए थे पेजर धमाके?
17 सितंबर को बेरूत में हिजबुल्लाह सदस्यों के पेजर में धमाके हुए। इसमें 12 से अधिक लोगों की जान गई थी। मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल थे। इसके अगले ही दिन हिजबुल्लाह सदस्यों के वॉकी-टॉकी, रेडियो समेत अन्य उपकरणों में धमाके हो गए, जिसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 3,000 लोग घायल हुए। इससे लेबनान में अफरा-तफरी मच गई और हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर धमाकों का आरोप लगाया।