
हमास ने 4 इजरायली महिला सैनिकों को रिहा किया, अब तक 7 बंधक छोड़े गए
क्या है खबर?
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम के पहले चरण में आज हमास ने 4 महिला बंधकों को रिहा किया हैं। ये चारों इजरायली सैनिक हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर के हमले के दौरान बंधक बना लिया गया था।
इनके नाम करीना एरिएव, डेनिएला गिल्बोओ, नामा लेवी और लिरी अल्बाग हैं।
बदले में इजरायल ने भी 180 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है, जिनमें से कई आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे।
बंधक
कौन हैं हमास की ओर से रिहा किए गए बंधक?
19 वर्षीय अल्बाग मध्य इजरायल के मोशाव येरुहाव की रहने वाली हैं। हमले के बाद जारी एक वीडियो में अल्बाग दिखाई दी थीं।
20 वर्षीय एरीएव हमले के वक्त गाजा सीमा से लगभग एक किलोमीटर दूर नाहल ओज अड्डे पर तैनात थीं।
19 वर्षीय लेवी का अपहरण के कुछ घंटों बाद वीडियो सामने आया था, जिसमें वे जीप में दिखाई दी थीं।
20 वर्षीय गिल्बोआ पिछले साल हमास द्वारा जारी एक वीडियो में रिहाई की अपील करती दिखी थीं।
7 बंधक रिहा
पहले चरण में अब तक 7 बंधक रिहा
19 जनवरी से इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम लागू हुआ था। तब से ये दूसरा मौका है, जब बंधकों और कैदियों की अदला-बदली हुई है।
इससे पहले 19 जनवरी को हमास ने 3 बंधकों को रिहा किया था, जिसके बदले में इजरायल ने 90 फिलस्तीनी कैदियों को वेस्ट बैंक में छोड़ा था।
पहले चरण में हमास कुल 33 बंधक रिहा करेगा। माना जा रहा है कि आज हमास बचे 26 बंधकों की जानकारी इजरायल को सौंपेगा।
समझौता
युद्धविराम में कब-क्या होगा?
युद्धविराम समझौता 3 चरणों में होगा। पहले चरण में हमास 33 बंधकों को रिहा करेगा और इजरायली सेना गाजा सीमा से 700 मीटर पीछे हटेगी। इसी चरण में इजरायल भी कई फिलिस्तीनी कैदियों को जेल से रिहा करेगा। इनमें से 95 लोगों के नाम सामने आए हैं।
पहला चरण 6 हफ्ते तक चलेगा। दूसरे चरण की शर्तों पर पहले चरण के दौरान ही बातचीत की जाएगी। तीसरे चरण की जानकारी अभी अस्पष्ट है।
युद्ध
युद्ध में 47,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए
7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें 1,200 लोगों की मौत हुई थी। हमले के दौरान हमास के लड़ाके 251 इजरायली लोगों को बंधक बनाकर ले गए थे।
इसके बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई में 47,000 फिलिस्तीनी लोग मारे गए थे और लगभग पूरी गाजा पट्टी मलबे में बदल गई है। अमेरिका, कतर और मिस्र की पहल पर 15 महीने बाद दोनों के बीच युद्धविराम हुआ है।