
पाकिस्तानी सेना ने घंटों चले ऑपरेशन के बाद कैसे छुड़ाए जाफर एक्सप्रेस के बंधक?
क्या है खबर?
पाकिस्तान की सेना ने बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा अपह्रत की गई जाफर एक्सप्रेस को छुड़ा लिया है।
सेना ने कहा कि उसने 300 से ज्यादा बंधकों को भी आजाद करा लिया है और इस अभियान में 33 बलूच लड़ाकों की मौत हो गई है, वहीं विद्रोहियों ने 21 यात्रियों की हत्या कर दी और अर्धसैनिक बलों के 4 जवान भी मारे गए हैं।
आइए जानते हैं पाकिस्तानी सेना ने कैसे ऑपरेशन को अंजाम दिया।
चरण
2 चरणों में पूरा हुआ ऑपरेशन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना ने यह ऑपरेशन 2 चरणों में पूरा किया। पहले चरण में 11 मार्च की रात 168 लोगों को बचाया गया, जबकि दूसरे चरण में 12 मार्च को 178 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
सेना ने ड्रोन और हेलीकॉप्टर की भी मदद ली और विशेष ट्रेनों में सैनिकों को घटनास्थल की ओर भेजा गया।
इस दौरान 33 गंभीर घायलों को भी निकालकर इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में रवाना किया गया।
लड़ाके
लड़ाके बम लदे जैकेट पहनकर बंधकों के बीच बैठे
सेना के मुताबिक, ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि लड़ाके महिलाओं और बच्चों को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे, इस वजह से सुरक्षाबलों को अत्यंत सावधानी बरतना पड़ रही थी।
जूनियर आंतरिक मंत्री तलाल चौधरी ने बताया कि बचाव अभियान में काफी मुश्किलें आईं, क्योंकि आतंकवादी आत्मघाती जैकेट पहने बंधकों के बीच बैठे थे।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों के आगे बढ़ते ही आत्मघाती जैकेट पहने आतंकवादी भयभीत यात्रियों के बीच बैठ गए।
बयान
सैन्य प्रवक्ता बोले- अंतिम चरण काफी चुनौतीपूर्ण था
रॉयटर्स ने सैन्य प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी के हवाले से कहा, "हमने महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में लोगों को मुक्त कराया है। अंतिम ऑपरेशन बहुत सावधानी से किया गया। ऑपरेशन के अंतिम चरण में कोई भी नागरिक नहीं मारा गया।"
मंत्री तलाल ने कहा, "अभियान के अंतिम चरण में विशेष बलों ने सबसे पहले आत्मघाती हमलावरों को मार गिराया, उसके बाद सैनिकों ने शेष बचे आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए हर डिब्बे में प्रवेश किया।"
घटना
कब और कैसे हुई थी घटना?
12 मार्च को BLA लड़ाकों ने क्वेटा से पेशावर जा रही 'जाफर एक्सप्रेस' का बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में अपहरण कर लिया था।
लड़ाकों ने पहले धमाका कर रेलवे ट्रैक को उड़ाया और फिर ड्राइवर को घायल कर ट्रेन का अपने कब्जे में कर लिया।
हमले के वक्त ट्रेन में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तानी सेना के करीब 200 सैनिक सवार थे। BLA ने अपहरण का वीडियो भी जारी किया है।
BLA
ट्रेन के अपहरण में शामिल BLA के बारे में जानिए
BLA की स्थापना प्रमुख बलूच नेता मीर हबत खान मारी और उनके पुत्र नवाब खैर बख्श मारी ने की थी। ये लोग आजाद बलूचिस्तान के लिए लड़ रहे हैं, इसलिए इनका पाकिस्तान और वहां की सेना के साथ तनाव चलता रहता है।
BLA ने पाकिस्तान में कई हमलों को अंजाम दिया है, लेकिन हालिया सालों में इसकी गतिविधि बढ़ी है।
BLA को पाकिस्तान के साथ अमेरिका और ब्रिटेन ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।