अमेरिका: डोनाल्ड ट्रंप ने ली 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ, जेडी वेंस बने उपराष्ट्रपति
क्या है खबर?
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। कैपिटल हिल के रोटुंडा हॉल में आयोजित समारोह में मुख्य न्यायाधीश जॉन रोबर्ड्स ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मुख्य न्यायाधीश ने ट्रंप से पहले जेडी वेंस को उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। इस समारोह के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
इस ऐतिहासिक आयोजन में पहली बार विदेशी मेहमानों ने भी शिरकत की। इनमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल रहे।
शुरुआत
प्रार्थना सभा के साथ हुई समारोह की शुरुआत
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत व्हाइट हाउस के पास स्थित सेंट जॉन एपिस्कोपल चर्च में प्रार्थना सभा के साथ हुई।
इसके बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप, उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन ने व्हाइट हाउस में एकसाथ चाय पी।
यहां से दोनों दंपति एक ही काफिले में रोटुंडा हॉल पहुंचे। इसके बाद वहां पहले कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए और फिर उपाराष्ट्रपति वेंस की शपथ से समारोह की शुरुआत हुई।
संबोधन
अमेरिका के स्वर्णिम युग की शुरुआत, अब नहीं होगी घुसपैठ- ट्रंप
शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले संबोधन में ट्रंप ने कहा, "अमेरिका के स्वर्णिम युग की शुरुआत हो गई है। इस दिन के बाद से हमारा देश उभरेगा और पूरी दुनिया में चमकेगा। यह हर देश के लिए जलन का कारण बनेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "ट्रंप प्रशासन के हर दिन मैं हर वक्त अमेरिका फर्स्ट की नीति पर काम करुंगा। हमारी स्वयतत्ता इसी तरह से जारी रहेगी और न्याय का तराजू संतुलित रहेगा। अब अमेरिका में घुसपैठ भी नहीं होगी।"
जानकारी
हमारी प्राथमिकता देश को गौरवान्वित करना
ट्रंप ने कहा, "हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता एक ऐसा राष्ट्र बनाना होगा जो गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र हो। हम किसी को हमारा फायदा उठाने की अनुमति नहीं देंगे। हमारी संप्रभुता को दोबारा हासिल किया जाएगा और पूरी दुनिया में हमारा सम्मान होगा।"
ऐलान
ट्रंप ने दक्षिणी सीमा घोषित किया राष्ट्रीय आपातकाल
उद्घाटन भाषण के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने सबसे पहले दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने का ऐलान किया।
उन्होंने मेक्सिको के साथ लगने वाली अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सेना भेजने का भी ऐलान करते हुए कहा, "अवैध प्रवासियों को वहीं छोड़कर आएंगे जहां से वो आए हैं। अमेरिका पहले से कहीं अधिक महान, मजबूत और कहीं अधिक असाधारण होगा। हमारे देश का गौरवशाली भाग्य अब फिर जागेगा और देश का नागरिक खुशहाल होगा।"
समारोह
40 साल बाद इंडोर हॉल में आयोजित हुआ समारोह
वाशिंगटन डीसी में पड़ रही कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के कारण शपथ ग्रहण समारोह संसद के अंदर स्थित रोटुंडा हॉल आयोजित किया गया।
अमेरिकी इतिहास में 40 साल बाद किसी राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह इंडोर हॉल में आयोजित किया गया।
इससे पहले 1985 में तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन का शपथ ग्रहण समारोह भी इंडोर हॉल में हुआ था। उस वक्त भी खराब मौसम की वजह से यह फैसला लिया गया था।
उपलब्धि
4 साल बाद सत्ता में वापसी करने वाले दूसरे राष्ट्रपति बने ट्रंप
अमेरिका की राजनीति में व्हाइट हाउस छोड़ने के 4 साल बाद दोबारा से सत्ता में वापसी करते हुए 131 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
दरअसल, ग्रोवर क्लीवलैंड पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जिन्होंने व्हाइट हाउस से 4 साल बाहर होने के बाद दोबारा सत्ता में वापसी की थी।
वह 1885 से 1889 और 1893 से 1897 तक अमेरिका के 2 बार राष्ट्रपति रहे। ऐसे में अब ट्रंप यह उपलब्धि हासिल करने वाले अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति बन गए।
जानकारी
कैसी रही समारोह में सुरक्षा व्यवस्था?
ट्रंप पर हुए हमले को देखते हुए समारोह में सुरक्षा के लिए 25,000 पुलिसकर्मी और जवानों को तैनात किया गया। 30 मील की बाड़ के साथ चप्पे-चप्पे पर गश्त तैनात है। इसे अमेरिकी इतिहास का सबसे सुरक्षित शपथ ग्रहण समारोह माना जा रहा है।
नेता
ट्रंप के समारोह में कौन-कौन शामिल हुआ?
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान शामिल हुए।
इसी तरह यूनाइडेट किंगडम (UK), फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, जापान और चीन ने अपने-अपने प्रतिनिधि भेजे।
इनके अलावा, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और नीता अंबानी, ट्रंप के सलाहकार एलन मस्क, अमेजन के कार्यकारी अध्यक्ष जेफ बेजोस और मेटा प्लेटफॉर्म्स के CEO मार्क जकरबर्ग सहित अमेरिका के कई पूर्व राष्ट्रपति शामिल रहे।
शिरकत
प्रधानमंत्री मोदी के विशेष दूत के रूप में पहुंचे जयशंकर
इस समारोह में दुनिभर के राष्ट्राध्यक्ष और नेताओं के साथ भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के तौर पर उनका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
कहा जा रहा है वह प्रधानमंत्री का विशेष पत्र लेकर पहुंचे हैं।
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'आज वाशिंगटन डीसी में संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री मोदी के विशेष दूत के रूप में प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य मिला।'