डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के बाद पहली बार दिया भाषण, बोले- ईश्वर मेरे साथ था
क्या है खबर?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 जुलाई को हुए जानलेवा हमले के बाद आज पहली बार भाषण दिया। विस्कॉन्सिन के मिलवॉकी में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी को स्वीकार किया।
इसके बाद कान पर पट्टी बांधकर सम्मेलन में पहुंचे ट्रंप ने अपने ऊपर हुए हमले के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने सीक्रेट सर्विस और अपने समर्थकों की तारीफ की।
हमला
ट्रंप ने हमले के बारे में क्या-क्या बताया?
ट्रंप ने कहा, "जैसे ही मैं दाएं मुड़ा, मैंने एक जोर की आवाज सुनी और किसी चीज ने मेरे दाहिने कान पर हिट किया। मैंने अपने हाथ से कान को पकड़ लिया और मेरा हाथ खून से सना था। मैं समझ गया कि हमला हुआ है। बेहद बहादुर सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स भाग कर आए और मुझे संभाला। वो मेरे ऊपर आ गए, ताकि मैं बच सकूं। मैंने खुद को सुरक्षित महसूस किया, क्योंकि ईश्वर मेरे साथ थे।"
बयान
ट्रंप बोले- मैं आपके बीच न होता अगर...'
ट्रंप ने कहा, "अगर मैं न मुड़ता तो निशाना न चूकता। फिर मैं आपके साथ न होता। हम पर कई गोली चली। आप जानते हैं कि एक भी गोली चलने पर भगदड़ मच जाती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हजारों लोग मेरे साथ खड़े रहे। भगदड़ नहीं हुई तो बहुत सी जानें बच गईं। लोग इसलिए नहीं भागे, क्योंकि उन्हें मुझसे प्यार था। वह जानते थे कि मैं चोटिल हूं और इसलिए वह मेरे साथ रहना चाहते थे।"
जीत
ट्रंप बोले- हमें बड़ी जीत मिलने जा रही
ट्रंप ने कहा, "मैं आज आपके सामने उम्मीद और आशा का संदेश लेकर खड़ा हूं। आज से 4 महीने बाद हम बड़ी जीत हासिल करने जा रहे हैं। आने वाले 4 साल हमारे देश के इतिहास के सबसे महान साल होने वाले हैं। हम मिलकर आने वाले सालों में सभी नस्लों और धर्मों के लोगों के लिए सुरक्षा और आजादी सुनिश्चित करने जा रहे हैं। हमारे समाज के बीच जो खाई बन गई है, उसे भरना होगा, जल्दी भरना होगा।"
बाइडन
ट्रंप ने बाइडन पर भी साधा निशाना
ट्रंप ने जो बाइडन पर निशाना साधते हुए कहा, "अमेरिका के इतिहास के 10 सबसे बुरे राष्ट्रपतियों को जोड़ दिया जाए, तब भी उन्हें देश को उतना नुकसान नहीं पहुंचाया, जितना बाइडन ने पहुंचाया है।"
उन्होंने अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर भी सरकार को घेरते हुए कहा, "वे चारों तरफ से आ रहे हैं। अमेरिका में घुसपैठ कर रहे हैं। वे आपको खा जाएंगे। अपराध दर तेजी से बढ़ रही है। वे 107 प्रतिशत नौकरियां हड़प चुके हैं।"
हमला
रैली के दौरान ट्रंप पर हुआ था हमला
14 जुलाई को पेंसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली में बोलते समय ट्रंप पर जानलेवा हमला किया गया था।
20 साल के हमलावर थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने एक इमारत की छत से ट्रंप पर गोलियां चलाई थीं, जिसमें से एक उनके कान को छूकर निकल गई थी। तुरंत ही सीक्रेट सर्विस ने हमलावर को मार गिराया था।
घटनास्थल से एक AR-15 सेमी-ऑटोमेटिक राइफल भी बरामद हुई थी। हमलावर बेथेल पार्क पेंसिल्वेनिया का रहने वाला था।