कनाडा ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता स्थगित किया, अक्टूबर में होने वाली थी चर्चा
क्या है खबर?
भारत और कनाडा में खालिस्तान मुद्दे को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। हाल ही में जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आए थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खालिस्तान और हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ का मुद्दा उठाया था।
अब कनाडा ने भारत के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता (FTA) रद्द कर दिया है। इस समझौते पर अक्टूबर में दोनों देशों की बीच बातचीत होनी थी।
बयान
FTA को लेकर क्या बोला कनाडा?
कनाडा के व्यापार मंत्री मैरी एनजी के एक प्रवक्ता ने कहा कि वो भारत के साथ प्रस्तावित व्यापार मिशन को स्थगित कर रही हैं।
प्रवक्ता ऐलिस हेंसन ने कहा, "इस समय हम भारत में आगामी व्यापार मिशन को स्थगित कर रहे हैं। अगले साल हम जापान, इंडोनेशिया, कोरिया, मलेशिया, फिलीपींस और वियतनाम में कारोबार ले जाएंगे।"
कनाडा ने इस कदम के पीछे कोई वजह नहीं बताई और न ही बातचीत को लेकर अगली कोई तारीख दी।
भारत
फैसले पर भारत का क्या कहना है?
एक भारतीय अधिकारी ने कहा, "कनाडा में कुछ ऐसी गतिविधियां हो रही थीं, जिन पर भारत ने आपत्ति जताई थी। जब तक इनका हल नहीं निकलता, तब तक कनाडा से FTA पर बातचीत रोक दी गई है।
उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा था, "समझौते में एक विराम की जरूरत इसलिए थी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों देश 'भूराजनीतिक और आर्थिक रूप से' समान सोच पर हों।"
खालिस्तान
भारत ने खालिस्तान मुद्दे पर जताई थी आपत्ति
कनाडा में खालिस्तान संबंधी प्रदर्शनों को लेकर भारत ने कनाडा को स्पष्ट शब्दों में कहा था कि ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाएं।
G-20 सम्मेलन के बाद मोदी और ट्रूडो के बीच तनाव भरे माहौल में अनौपचारिक द्विपक्षीय बैठक हुई थी।
इसके बाद भारत ने कहा था, "वे (खालिस्तानी) अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं। कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं।"
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकी भारत विरोधी हरकतें करते रहते हैं।
कनाडा में इंदिरा गांधी हत्याकांड की झांकी निकाली गई, भारतीय दूतावास से तिरंगा उतारकर खालिस्तान का झंडा फहराया गया, हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए, भारत विरोधी नारे लगाए गए और खालिस्तान को लेकर जनमत संग्रह भी करवाया गया।
भारत ने इन हरकतों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि कनाडा सरकार आतंकियों के प्रति नरम रुख अपना रही है।