हीरों से ज्यादा कीमती हैं ये नए तरह के रत्न, जानिए इनसे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
अगर आपको लगता है कि हीरे सबसे ज्यादा लोकप्रिय होते हैं तो आपको बता दें कि कुछ रत्न ऐसे हैं, जिनके बारे में शायद आप न जानते हों, लेकिन उनका मूल्य और लोकप्रियता काफी बढ़ रही है। उदाहरण के लिए, 2016 में ज्वेलर ओलिविया यंग ने 6,000 पाउंड (लगभग 6 लाख रुपये) में एक लाल स्पाइनल रत्न की अंगूठी बेची थी, जिसे पिछले साल ग्राहक की इंश्योरेंस कंपनी ने बदलने के लिए 30,000 पाउंड यानी 31.86 लाख रुपये दिए हैं।
इन देशों में पाए जाते हैं स्पाइनल रत्न
स्पाइनल रत्न श्रीलंका, म्यांमार, वियतनाम, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान और कुछ अफ्रीकी देशों में पाए जाते हैं। 18वीं शताब्दी में जब तक लाल स्पाइनल की ठीक से पहचान नहीं हुई थी, तब तक इसे माणिक कहा जाता था। ब्रिटिश नीलामीघर क्रिस्टीज में आभूषणों के प्रमुख राहुल कडाकिया का अनुमान है कि गुलाबी और बैंगनी रंग के स्पाइनल रत्नों की मांग और ज्यादा बढ़ेगी और इनकी कीमत 25,000 डॉलर (20.75 लाख रुपये) प्रति कैरेट हो सकती है।
पैराइबा टूमलाइन रत्न की कीमत छू रही आसमान
पिछले दशक में स्पाइनल के अलावा पैराइबा टूमलाइन की मांग में भी बढ़ोतरी हुई है। फिरोजा रंग का पैराइबा टूमलाइन रत्न 1980 के दशक में ब्राजील के राज्य परेबा की एक खदान से मिला था और अब इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं। नीलामीघर बोनहम्स में ज्वेलरी के सह-प्रमुख जेनिफर टोनकिन के मुताबिक, 2022 में पैराइबा टूमलाइन की कीमत 75,000 डॉलर (62.25 लाख रुपये) प्रति कैरेट पहुंच गई, जबकि 2009 में यह 4,800 डॉलर (3.98 लाख रुपये) प्रति कैरेट थी।
कई ज्वेलर्स अफगानिस्तान से खरीद रहे हैं टूमलाइन रत्न
पैराइबा टूमलाइन की उच्च कीमतों के कारण कई ज्वेलर्स अफगानिस्तान से नीले टूमलाइन रत्न खरीद रहे हैं, क्योंकि उसके मुकाबले इनकी कीमत कम है। जेमोलॉजिस्ट लुसी क्रॉथर भी सगाई और अन्य कार्यक्रमों की अंगूठियां बनाने के लिए नीले-हरे टूमलाइन को शीर्ष विकल्प मानती हैं। यही नहीं लुसी और ओलिविया दोनों ही अपने ग्राहकों को इन कम लोकप्रिय लेकिन खूबसूरत रत्नों के बारे में बताती हैं।
रत्नों का बाजार बन जाएगा बेशकीमती- मोती फेडर
ब्रिटिश कंपनी लूगानो डायमंड्स के संस्थापक मोती फेडर को उम्मीद है कि मांग बढ़ने और आपूर्ति कम होने के कारण इन रत्नों की कीमत में लगातार बढ़ोतरी होगी, जिससे रत्नों का बाजार सबसे प्रतिष्ठित और बेशकीमती बन जाएगा। स्विट्जरलैंड के शहर जिनेवा में अबूचर एसए के निदेशक चार्ल्स अबूचर ने कहा कि रंगीन रत्नों की बढ़ती मांग के कारण उच्च गुणवत्ता वाले रत्नों की कमी हो गई है, जिससे उनकी कीमतें आसमान छू रही हैं।