पॉल एलन की ऐतिहासिक कलाकृतियों के संग्रह ने तोड़े रिकॉर्ड, लगभग 84 करोड़ रुपये में बिका
दिवंगत पॉल गार्डनर एलन अमेरिका के एक उद्योगपति थे, जिन्होंने बिल गेट्स के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी। पॉल अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनसे जुड़ी यादगार वस्तुएं नीलामी में करोड़ों रुपये में बिकती हैं। हाल ही में पॉल की ऐतिहासिक कलाकृतियों का संग्रह 'पुशिंग बाउंड्रीज: इनजेनिटी फ्रॉम द पॉल जी. एलन कलेक्शन' एक नीलामी के दौरान 1,02,53,500 डॉलर (86 करोड़ से ज्यादा रुपये) में बिका है। आइए इस नीलामी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
किस नीलामी घर द्वारा आयोजित की गई नीलामी?
पॉल की ऐतिहासिक कलाकृतियों के संग्रह को न्यूयॉर्क में स्थित क्रिस्टीज नीलामी घर द्वारा बेचा गया है, जिसमें पॉल की 36 वस्तुएं शामिल थीं। नीलामी में शामिल एक वस्तु ऐपल-1 पर्सनल कंप्यूटर था, जिसकी अनुमानित कीमत 5 लाख डॉलर से 8 लाख डॉलर (लगभग 4 करोड़ से 6 करोड़ रुपये) के बीच थी। हालांकि, यह इससे अधिक कीमत यानी 9,45,000 डॉलर (7 करोड़ से ज्यादा रुपये) में बिका।
नीलामी में ये वस्तुएं भी रहीं शामिल
नीलामी में अन्य उच्च कीमत पर बिकने वाली वस्तु अल्बर्ट आइंस्टीन का साल 1939 में राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट को लिखा पत्र था, जो 39,22,000 डॉलर (32 करोड़ से ज्यादा रुपये) में बिका। इसके अतिरिक्त अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा इस्तेमाल किया गया एक व्हाइट स्पेससूट 50,400 डॉलर (लगभग 42 लाख रुपये में नीलाम हुआ। ये कलाकृतियां पॉल के बड़े संग्रह का हिस्सा हैं, जिन्हें 'जनरल वन: इनोवेशन फ्रॉम द पॉल जी. एलन कलेक्शन' के नाम से जाना जाता है।
नीलामी की प्राप्त आय का क्या होगा?
नीलामी घर के अधिकारियों का कहना है, "नीलामी से प्राप्त आय को पॉल की इच्छा अनुरूप परोपकारी कार्यों में इस्तेमाल किया जाएगा।" उन्होंने आगे बताया कि इस नीलामी के लिए बोली लगाने वालों की संख्या ज्यादा रही। उनका यह भी कहना है कि अभी पॉल के क्रे-2 सुपरकंप्यूटर और माइक्रोसॉफ्ट मेमो और सैटर्न 1-बी रॉकेट मॉडल जैसी वस्तुओं की नीलामी होनी बाकी है, जिससे उनकी काफी उम्मीद बंधी है।
स्टीव जॉब्स द्वारा हस्ताक्षरित चेक लगभग 88 लाख रुपये में नीलाम
ऐपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स द्वारा हस्ताक्षरित एक चेक 1.07 लाख डॉलर (लगभग 88 लाख रुपये) में नीलाम हुआ था। साल 1976 में जॉब्स ने इस चेक पर हस्ताक्षर किया था, जो 175 डॉलर (लगभग 14,000 रुपये) मूल्य का है। नीलामी में इतना पुराना चेक लाखों रुपये में बिका है, जिसका कारण जॉब्स को ऑटोग्राफ देना पसंद नहीं था इसलिए उनके द्वारा हस्ताक्षर किए गए चेक या अन्य वस्तु अधिक मूल्यवान हो जाते हैं।