स्टीव जॉब्स द्वारा साइन किया गया चेक 88 लाख रुपये में नीलाम, जानिए क्या है खास
क्या है खबर?
ऐपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स द्वारा साइन किया गया एक चेक गत गुरुवार को 1.07 लाख डॉलर (लगभग 88 लाख रुपये) में नीलाम हुआ है। यह जानकारी RR नीलामी घर की तरफ से दी गई है।
साल 1976 में जॉब्स ने इस चेक पर साइन किया था, जो 175 डॉलर (लगभग 14,000 रुपये) मूल्य का है।
नीलामी में इतना पुराना चेक लाखों रुपये में बिका है, जिसका कारण जॉब्स के ऑटोग्राफ के अलावा ऐपल कंपनी का पहला पता भी है।
नीलामी
अनुमानित कीमत से ज्यादा में बिका चेक
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉब्स को ऑटोग्राफ देना पसंद नहीं था इसलिए उनके द्वारा साइन किए गए चेक या अन्य वस्तु अधिक मूल्यवान हो जाते हैं।
RR नीलामी घर ने चेक को 35,000 डॉलर से अधिक में बेचने की उम्मीद रखी थी, जो चेक के मूल्य (175 डॉलर) की तुलना में कई गुना ज्यादा है।
हालांकि, नीलामी के खत्म होने से 2 दिन पहले ही इसकी बोली अनुमानित कीमत को पार कर चुकी थी।
जानकारी
इस कारण बढ़ गई चेक की कीमत
जानकारी के मुताबिक, चेक में ऐपल का पहला पता भी लिखा हुआ है, जिसके कारण इस चेक की कीमत बढ़ गई। इससे साफ पता चलता है कि अभी भी लोग ऐपल के शुरुआती दिनों और इसे शुरू करने वाले लोगों में बहुत रुचि रखते हैं।
कंपनी
जॉब्स ने किसके लिए साइन किया था चेक?
जॉब्स ने 175 डॉलर के चेक पर क्रैम्पटन, रेमके और मिलर नामक एक फर्म के लिए साइन किया था। उस वक्त अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित यह फर्म तकनीकी कंपनियों को अपनी सेवाएं प्रदान करती थी।
इस फर्म के ग्राहकों में ऐपल के अलावा अटारी, मेमोरेक्स, जेरॉक्स और अन्य तकनीकी कंपनियां शामिल थीं।
RR नीलामी घर के मुताबिक, नीलामी में लाखों रुपये की बिका यह चेक अपनी पुरानी स्थिति में ही साफ-सुथरा है।
अन्य मामला
1.7 करोड़ रुपये में बिकी थी जॉब्स की पुरानी चप्पल
इससे पहले जूलिएन्स ऑक्शन में जॉब्स की पुरानी चप्प्ल 1.7 करोड़ रुपये में नीलाम हुई थी।
जॉब्स ब्राउन लेदर बर्किनस्टॉक एरिजोना चप्पल को 1970 और 1980 के दशक के बीच में पहनते थे।
दिखने में चप्पल काफी पुरानी और इस्तेमाल की हुई लगती है, लेकिन फिर भी नीलामी में यह महंगी कीमत में बिकी थी।
जॉब्स की इस चप्पल के खरीदार को चप्पल के साथ नॉन-फंजिबल टोकेन (NFTs) फोटो और फोटोग्राफर जीन पिगोजी की एक किताब भी मिली थी।
स्टीव जॉब्स
न्यूजबाइट्स प्लस
जॉब्स ने साल 1973 में अटारी में टेक्नीशियन के तौर पर स्टीव वोज्निएक के साथ काम किया।
इसके बाद 1976 में दोनों ने मिलकर ऐपल कंपनी की शुरुआत की, जो टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक ब्रांड बन गया है।
जॉब्स ने पहली बार दुनिया को आईफोन की शक्ल में आधुनिक स्मार्टफोन्स का तोहफा दिया था।
2011 में 56 की उम्र में उनके निधन के बाद भी पूरी दुनिया में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनका नाम हमेशा जिंदा रहेगा।