एकमात्र टेस्ट: भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 10 विकेट से हराया, ये बने रिकॉर्ड्स
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने चेन्नई में खेले गए एकमात्र टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम को 10 विकेट से हराया है। भारत ने जीत के लिए मिले 37 रन के छोटे से लक्ष्य को शफाली वर्मा (24*) और शुभा सतीश (13*) की मदद से आसानी से हासिल किया। बता दें कि भारतीय टीम ने मैच के चौथे दिन के आखिरी सत्र के दौरान ये जीत दर्ज की। आइए इस मैच में बने रिकॉर्ड्स पर एक नजर डालते हैं।
भारत ने इस तरह से दर्ज की जीत
भारत ने शफाली (205) के दोहरे शतक और स्मृति मंधाना (149) के शतक की बदौलत अपनी पहली पारी 603/6 पर घोषित की थी। जवाब में स्नेह राणा की घातक गेंदबाजी (8/77) के सामने प्रोटियाज टीम सिर्फ 266 रन पर सिमट गई थी। फॉलऑन खेलने पर मजबूर मेहमान टीम ने अपनी दूसरी पारी में लौरा वोल्वार्ड्ट और सुने लुस के शतकों की बदौलत 373 रन बनाकर संघर्ष किया। आखिर में छोटे से लक्ष्य को भारत ने आसानी से हासिल किया।
शफाली वर्मा ने लगाया दोहरा शतक
शफाली ने 197 गेंद में 205 रन की पारी खेली। उनके बल्ले से 43 चौके और 8 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 104.06 की रही। उन्होंने पहले विकेट के लिए मंधाना के साथ 312 गेंद में 292 रन की साझेदारी निभाई। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। भारतीय टीम के लिए टेस्ट में शफाली से पहले सिर्फ एक खिलाड़ी मिताली राज ने दोहरा शतक लगाया था।
सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने वाली बल्लेबाज बनी शफाली
शफाली ने 194 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया था। वह महिला टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाली बल्लेबाज बन गई थी। इससे सबसे तेज दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड एनाबेल सदरलैंड के नाम था। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम की इस खिलाड़ी ने इस साल फरवरी के महीने में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही 248 गेंदों का सामना करते हुए दोहरा शतक जड़ा था।
स्मृति मंधाना ने जड़ा अपना दूसरा टेस्ट शतक
पहली पारी में मंधाना ने आते ही बड़े-बड़े शॉट्स लगाना शुरू किए और 122 गेंद का सामना करते हुए अपना शतक पूरा किया। वह 161 गेंद में 149 रन बनाकर आउट हुईं। इस दौरान उन्होंने 27 चौके और 1 छक्का लगाया। यह मंधाना का टेस्ट में दूसरा शतक रहा। वह भारत के लिए संयुक्त रूप से दूसरी सबसे ज्यादा शतक लगाने वाली बल्लेबाज बन गईं हैं। उन्होंने हेमलता काला की बराबरी की है।
भारतीय टीम से लगे 3 अर्धशतक
नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने आई जेमिमा रोड्रिग्स ने 90 गेंदों पर 55 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 8 चौके भी लगाए। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 115 गेंदों का सामना करते हुए 69 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 4 चौके जड़े। मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए आई ऋचा घोष ने 90 गेंदों में 86 रन की बेहतरीन पारी खेली। इस बीच उनके बल्ले से 16 चौके भी निकले।
वोल्वार्ड्ट ने लगाया अपना पहला शतक
अपनी पहली पारी में सिर्फ 20 रन बनाने वाली वोल्वार्ड्ट ने अपनी दूसरी पारी में जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया और मौके मिलने पर कुछ आकर्षक शॉट लगाए। उन्होंने मैच के चौथे दिन अपनी पारी को शतक में तब्दील कर दिया। यह वोल्वार्ड्ट के टेस्ट करियर का पहला शतक रहा। वह 314 गेंदों में 16 चौकों की मदद से 122 रन बनाकर आउट हुई। उन्हें राजेश्वरी गायकवाड़ ने अपना शिकार बनाया।
इस सूची में शामिल हुई वोल्वार्ड्ट
वोल्वार्ड्ट अब महिला टेस्ट क्रिकेट के अब तक के इतिहास में फॉलऑन खेलते हुए शतक लगाने वाली सिर्फ चौथी बल्लेबाज और दूसरी कप्तान बनी हैं। बतौर बल्लेबाज वेस्टइंडीज की नादिन जॉर्ज (बनाम पाकिस्तान, 2004) और दक्षिण अफ्रीका की लुस (बनाम भारत, 2024) ऐसा कर चुकी हैं। कप्तान के तौर पर वोल्वार्ड्ट से पहले फॉलऑन खेलते हुए शतक सिर्फ इंग्लैंड की पूर्व दिग्गज चार्लोट एडवर्ड्स (2006 बनाम भारत) ने ही लगाया हुआ है।
सुने लुस ने लगाया अपना पहला टेस्ट शतक
लुस ने 179 गेंद का सामना करते हुए अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया। उनके बल्ले से इस पारी के दौरान 18 चौके निकले। वह 203 गेंद में 109 रन बनाकर आउट हुईं। उनकी स्ट्राइक रेट 53.69 की रही। पहली पारी में भी इस खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया था और उनके बल्ले से 65 रन निकले थे। लुस नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने आईं और कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट के साथ 394 गेंद में 190 रन की साझेदारी निभाई।
नादिन डी क्लार्क ने लगाया संघर्षपूर्ण अर्धशतक
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में नादिन डी क्लार्क ने संघर्ष दिखाया। इस मध्यक्रम की बल्लेबाज ने 185 गेंदों का सामना करते हुए 61 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 8 चौके और 1 छक्का लगाया। वह 10वें विकेट के रूप में आउट हुई।
स्नेह राणा ने मैच में लिए कुल 10 विकेट
राणा ने मैच में कुल 10 विकेट (8/77 और 2/111) लिए हैं। भारतीय महिला गेंदबाजों में राणा से पहले सिर्फ झूलन गोस्वामी ने किसी टेस्ट मैच में 10 या उससे अधिक विकेट लिए थे। पूर्व भारतीय दिग्गज गोस्वामी ने 2006 में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ टांटन में खेले गए मैच में कुल 78 रन देते हुए 10 विकेट चटकाए थे। गोस्वामी ने दोनों पारियों में 5-5 सफलताएं हासिल की थी।