वनडे और टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं मुथैया मुरलीधरन, जानें उनके रिकार्ड्स
क्या है खबर?
श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन रविवार (17 अप्रैल) को 50 साल के हो गए हैं। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज आज भी बने हुए हैं।
मुरलीधरन ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कुल 1,347 विकेट हासिल किए थे। बता दें उनके बाद दूसरे सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट वाले गेंदबाज शेन वॉर्न (1,001) हैं।
इस बीच मुरलीधरन के करियर और रिकार्ड्स पर एक नजर डालते हैं।
टेस्ट करियर
सर्वाधिक टेस्ट विकेट वाले गेंदबाज हैं मुरलीधरन
मुरलीधरन ने साल 1992 में टेस्ट क्रिकेट में अपना पर्दापण किया और खेल के सबसे बड़े प्रारूप में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में अपना करियर खत्म किया।
उन्होंने 133 टेस्ट में 22.72 की औसत से रिकॉर्ड 800 विकेट हासिल किए थे।
मुरली के नाम टेस्ट में सर्वाधिक फाइव विकेट हॉल (67) का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
इसके अलावा उन्होंने 22 मौकों पर किसी टेस्ट में 10 या उससे अधिक विकेट लिए हैं।
वनडे करियर
सर्वाधिक वनडे विकेट वाले गेंदबाज भी हैं मुरली
स्पिन के जादूगर रहे मुरलीधरन ने वनडे प्रारूप में भी सबसे अधिक विकेट लिए।
उन्होंने 350 वनडे मैचों में 23.08 की औसत से 534 विकेट लिए। इस बीच 30 रन देकर सात विकेट लेना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
लगभग 18 साल लम्बे वनडे अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 10 फाइव विकेट हॉल लिए।
विशेष रूप से मुरली और वसीम अकरम (502) ही वनडे क्रिकेट में 500 से अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
मुरलीधरन ने वनडे क्रिकेट में 500 विकेटों का आंकड़ा 324 मैचों में तय किया था। वह वसीम अकरम (354 मैच) को पीछे छोड़कर सबसे तेज इस आंकड़े तक पहुंचने वाले गेंदबाज बने थे।
टेस्ट रिकार्ड्स
मुरली के नाम टेस्ट में दर्ज हैं ये अहम रिकार्ड्स
मुरली ने किसी टेस्ट पारी में दो बार नौ विकेट लिए हैं। यह रिकॉर्ड वह इंग्लैंड के जिम लेकर के साथ साझा करते हैं।
इसके अलावा मुरलीधरन ने तीन मैदानों में 100 से अधिक विकेट लिए हैं और ऐसा करने वाले विश्व के एकमात्र गेंदबाज हैं।
श्रीलंकाई दिग्गज के नाम घर पर सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट (493) लेने का रिकॉर्ड है।
उन्होंने लगातार चार मैचों में, 10 या अधिक विकेट लेने का कारनामा, दो बार किया है।
उपलब्धियां
मुरलीधरन की अन्य उपलब्धियां
2017 में मुरलीधरन को ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था और वह पहले श्रीलंकाई बने थे।
मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने तक 1,711 दिनों के लिए गेंदबाजों की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर कब्जा किया था।
उन्हें साल 2000 और 2006 में 'विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड' चुना गया था।
वह 1996 में विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं।