फुटबॉल: इंटरनेशनल मैचों में सबसे ज्यादा गोल से जीत हासिल करने वाली टीमें
दुनियाभर में क्लब फुटबॉल का क्रेज काफी ज़्यादा है क्योंकि ये लगभग साल भर चलते रहते हैं, लेकिन इंटरनेशनल फुटबॉल का महत्व अलग ही है। भले ही टीमें इंटरनेशनल मुकाबले कम ही खेल पाती हैं, लेकिन फिर भी इन मुकाबलों के लिए उनके फैंस काफी बेसब्री से इंतजार करते हैं। इंटरनेशनल फुटबॉल में जर्मनी का ब्राज़ील को 7-1 से हराना काफी चर्चा में रहा था, लेकिन कई टीमों ने इससे भी बड़ी जीत हासिल की है।
कुवैत ने भूटान को 20-0 से हराया
नेपाल के खिलाफ 3-0 की हार झेलने वाली भूटान को एशियन कप क्वालीफायर्स में ज़्यादा उम्मीदें नहीं थीं, लेकिन 14 फरवरी, 2000 को कुवैत के खिलाफ जो हुआ उन्होंने उसकी भी उम्मीद नहीं की होगी। कुवैत ने भुटान को 20-0 के अंतर से हराया और उनके लिए सात अलग-अलग खिलाड़ियों ने गोल दागे। जासेम अल-हुवैदी ने पांच और बशर अबदुल्लाह ने सबसे ज़्यादा आठ गोल दागे। कुवैत के गोलकीपर ने भी पेनल्टी किक पर एक गोल दागा था।
नॉर्थ कोरिया के खिलाफ गुआम की 21-0 की हार
गुआम के छोटे आइलैंड की टीम ने कई बड़ी हार झेली है, लेकिन नॉर्थ कोरिया के खिलाफ उनकी हार सबसे ज़्यादा शर्मनाक थी। 2005 ईस्ट एशियन फुटबॉल चैंपियनशिप में नॉर्थ कोरिया ने गुआम को 21-0 के अंतर से हराया था। नॉर्थ कोरिया के लिए चार खिलाड़ियों ने हैट्रिक लगाई और क्वांग ह्योक किम ने टीम के लिए सबसे ज़्यादा सात गोल दागे। गुआम ने टूर्नामेंट में खेले चार में से एक भी मुकाबले में जीत हासिल नहीं की।
ऑस्ट्रेलिया ने तोड़ा सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड
भले ही 2002 विश्व कप के क्वालीफायर में ऑस्ट्रेलिया का अभियान उरुग्वे के खिलाफ प्ले-ऑफ मुकाबले में हार के साथ समाप्त हुआ, लेकिन उन्होंने अपने अभियान के दौरान काफी मौज उड़ाई थी। टोंगा के खिलाफ कंगारू टीम ने 22-0 की बड़ी जीत हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए नौ अलग-अलग खिलाड़ियों ने गोल दागे और फीफा ऑब्जर्व्ड इंटरनेशनल शॉकर मुकाबले में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड तोड़ा।
कुक आइलैंड की 30-0 की हार
तहिती की टीम ने सितंबर 1971 में कुक आइलैंड को 30-0 के बड़े अंतर से हराया था। हालांकि, यह मुकाबला तब हुआ था जब दोनों ही टीमों ने फीफा ज्वाइन नहीं किया था और इसी कारण इस मुकाबले का जिक्र फीफा के रिकॉर्ड बुक में नहीं मिलेगा। कुक आइलैंड ने साउथ पैसिफिक गेम्स में अपने अन्य दो मुकाबले 16-1 और 15-1 के अंतर से गंवाए थे।
अमेरिकन समोआ की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 31-0 की हार
साल 2001 में टोंगा को बुरी तरह हराने के दो दिन बाद ही ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिकन समोआ को 31-0 के अंतर से पीट दिया। उन्होंने इतने गोल दाग दिए कि स्कोरर भी मुश्किल में पड़ गए और स्कोरबोर्ड पर स्कोर 32-0 दिखा दिया गया। आर्ची थॉम्पसन ने अकेले 13 गोल दागे और डेविड ड्रिलिच ने आठ गोल दागे। अमेरिकन समोआ की टीम के टॉप-20 में से केवल एक खिलाड़ी ही मौजूद था और पूरी टीम हाईस्कूल के छात्रों की थी।