इंटरकॉन्टिनेंटल कप: सीरिया को 1-1 के ड्रॉ पर रोककर भारत ने की अपने अभियान की समाप्ति
भारतीय टीम ने अपने हीरो इंटरकॉन्टिनेंटल कप अभियान की समाप्ति सीरिया के खिलाफ 1-1 का ड्रॉ खेलकर की है। पहले दो मुकाबलों में तजिकिस्तान और नॉर्थ कोरिया के खिलाफ हार झेलकर डिफेंडिंग चैंपियन भारत टूर्नामेंट से बाहर हो चुका था। सीरिया के खिलाफ भारत के लिए अपना दूसरा मुकाबला खेल रहे नरेन्दर गहलौत ने शानदार हेडर लगाते हुए गोल दागा। पेनल्टी पर सीरिया ने स्कोर बराबर किया।
पहले हाफ में भारत ने गंवाए मौकेे
सीरिया के खिलाफ मैच की शुरुआत से ही भारत ने शानदार प्रदर्शन किया और सीरिया को कड़ी टक्कर दी। पहले 15 मिनट के अंदर ही राइट फ्लैंक पर उदांता ने शानदार स्किल दिखाते हुुए 2 बड़े मौके बनाए, लेकिन भारतीय टीम उनका फायदा नहीं उठा सकी। सीरिया ने भी एक बड़ा मौका बनाया जब गुरप्रीत सिंह संधू को अकेले डिफेंड करना था, लेकिन सीरिया के खिलाड़ी अपना शॉट वाइड मार बैठे।
दूसरे हाफ में भारत का बेहतरीन प्रदर्शन
दूसरे हाफ की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने लगातार अटैक किया जिसका फायदा भी उन्हें मिला। लगातार दूसरा कॉर्नर हासिल करने वाली भारतीय टीम के लिए 52वें मिनट में नरेन्दर गहलौत ने हेडर करके गोल लगाया और मुकाबले में उन्हें बढ़त दिला दी। हालांकि, सब्सीच्यूट के तौर पर मैदान में आए लेफ्ट बैक जेरी ललरिन्जुआला ने पेनल्टी कंसीड की। 78वें मिनट में पेनल्टी पर अल खतीब ने गोल दागकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
फाइनली स्टिमाक ने उतारी बेस्ट इलेवन!
टूर्नामेंट के पहले दो मुकाबले हारने वाली भारतीय टीम के स्टार्टिंग इलेवन में कोच इगोर स्टिमाक ने 8-9 बदलाव किए थे। सीरिया के खिलाफ सम्मान बचाने उतरी भारतीय टीम ने गजब का प्रदर्शन किया और ऐसा संकेत दिया कि शायद स्टिमाक को उनकी बेस्ट इलेवन मिल गई है। हालांकि, संदेश झिंगन, अनस और प्रोनय हलदर के फिट होने के बाद एक बार फिर उनके लिए स्टार्टिंह इलेवन की माथापच्ची बढ़ जाएगी।
21वीं सदी में पैदा होकर भारत के लिए गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने नरेन्दर
भारत के लिए गोल दागने वाले नरेन्दर 18 साल के हैं औऱ 21वीं सदी में पैदा होकर भारत के लिए गोल दागने वाले पहले खिलाड़ी हैं। यह नरेन्दर का पहला सीनियर लेवल गोल था।