
इंग्लैंड ने पहले टेस्ट में भारत को 5 विकेट से हराया, ये बने रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने पहले टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम को 5 विकेट से हराते हुए सीरीज में बढ़त हासिल की। हेडिंग्ले टेस्ट में जीत के लिए मिले 371 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को मेजबान टीम ने बेन डकेट के शतक (149) की बदौलत हासिल किया। भारत की ओर से फील्डिंग में बहुत कैच छोड़े गए, जिसका खामियाजा मेहमान टीम को भुगतना पड़ा। आइए मैच में बने रिकॉर्ड्स पर एक नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
इस तरह से जीती इंग्लिश टीम
भारत ने पहली पारी में यशस्वी जायसवाल (101), शुभमन गिल (147) और ऋषभ पंत (134) के शतकों की बदौलत 471 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने ओली पोप (106) और हैरी ब्रूक (99) की पारियों की बदौलत 465 रन बनाए। भारत से बुमराह ने 5 विकेट लिए। इसके बाद भारत ने केएल राहुल (137) और पंत (118) की बदौलत 364 रन बनाए। आखिर में इंग्लैंड से बेन डकेट ने शतक (149) लगाया और रूट (53*) ने जीत दिलाई।
जानकारी
इंग्लैंड ने सफलतापूर्वक हासिल किया अपना दूसरा सर्वोच्च लक्ष्य
इंग्लैंड ने टेस्ट इतिहास में अपना दूसरा सर्वोच्च लक्ष्य (371) सफलतापूर्वक हासिल किया। बता दें कि इंग्लिश टीम ने 2022 में भारत के ही विरुद्ध 378 रन का लक्ष्य हासिल किया था। उस मैच में बुमराह भारत के कप्तान थे।
जायसवाल
जायसवाल ने अपने टेस्ट करियर का 5वां शतक लगाया
जायसवाल ने 101 और 4 रन के स्कोर किए। वह पहले विदेशी खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों देशों में अपने पहले टेस्ट के दौरान शतक लगाया। 23 साल की उम्र से पहले उन्होंने 4 देशों (भारत, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) में टेस्ट शतक जड़ दिए हैं। यह कारनामा उनसे पहले सिर्फ सचिन ने 5 देशों में किया था। इस मैदान पर शतक जड़ने वाले वह एशिया के पहले सलामी बल्लेबाज भी बने हैं।
सूची
इस विशेष सूची में शामिल हुए थे जायसवाल
जायसवाल ने इस शतकीय पारी के साथ ही एक खास सूची में जगह बना ली थी। वह इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट पारी में शतक जड़ने वाले 5वें भारतीय बल्लेबाज बन गए थे। इससे पहले मुरली विजय (146, 2014), विजय मांजरेकर (133, 1952), सौरव गांगुली (131, 1996) और संदीप पाटिल (129*, 1982) यह कारनामा कर चुके हैं। हेडिंग्ले में वे तीसरे सबसे युवा भारतीय शतकवीर भी बन गए हैं।
गिल
शुभमन गिल ने कप्तानी में डेब्यू करते हुए जड़ा शतक
गिल टेस्ट कप्तान के रूप में पहली पारी में शतक जड़कर इतिहास रच दिया था। वह भारत के उन चुनिंदा कप्तानों की सूची में शामिल हुए, जिन्होंने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में ही शतक लगाया। उनसे पहले यह कारनामा विजय हजारे (1951, दिल्ली) सुनील गावस्कर (1976, ऑकलैंड) और विराट कोहली (2014, एडिलेड) ने किया था। हेडिंग्ले में मंसूर अली खान पटौदी (1967) और सौरव गांगुली (2002) के बाद टेस्ट शतक लगाने वाले गिल तीसरे भारतीय कप्तान बने हैं।
पंत
पंत ने दोनों पारियों में लगाए शतक
पंत इस शतक के साथ ही एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जड़ने वाले दुनिया के दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एंडी फ्लावर ने यह कारनामा किया था। उन्होंने साल 2001 में हरारे में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले गए टेस्ट की दोनों पारियों में क्रमश: 142 और 199* के स्कोर बनाए थे। इन दोनों के अलावा अन्य कोई विकेटकीपर ऐसा नहीं कर पाया है।
जानकारी
दोनों पारियों में शतक लगाने वाले 7वें भारतीय बने पंत
पंत दोनों पारियों में शतक लगाने वाले 7वें भारतीय बने हैं। वह सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़, विजय हजारे, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा के क्लब में शामिल हो गए हैं। गावस्कर ने 3 बार और द्रविड ने 2 बार यह कारनाम किया है।
बुमराह
बुमराह ने पहली पारी में लिए 5 विकेट
बुमराह ने पहली पारी में 83 रन देते हुए 5 विकेट लिए। यह उनके टेस्ट करियर का 14वां 5 विकेट हॉल रहा। इसके साथ-साथ उन्होंने SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में अपने 150 विकेट पूरे किए। बुमराह के अब SENA देशों में 150 विकेट चटकाने वाले पहले एशियाई गेंदबाज भी बन गए हैं। उन्हाेंने 60 पारियों में यह कारनामा किया है। वह दूसरी पारी में कोई विकेट नहीं ले सके।
रिकॉर्ड्स
विदेशों में सर्वाधिक 5 विकेट हॉल वाले भारतीय बने बुमराह
बुमराह का यह विदेशों में (घर से बाहर) कुल 12वां 5 विकेट हॉल रहा। इसके साथ ही वह विदेशों में सर्वाधिक 5 विकेट हॉल (संयुक्त रूप से) वाले भारतीय गेंदबाज बन गए। उन्होंने इस मामले में कपिल देव की बराबरी की। विदेशों में बुमराह ने 34 टेस्ट में जबकि कपिल ने 66 टेस्ट में 12वां 5 विकेट हॉल लिया। इस सूची में तीसरे पायदान पर मौजूद अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने विदेशों में 10 बार 5 विकेट हॉल लिए हैं।
पोप
ओली पोप ने अपनी पहली पारी में जड़ा शतक
पोप ने पहली पारी में 106 रन बनाए। उनके टेस्ट करियर का 9वां और भारत के खिलाफ दूसरा शतक रहा। उन्होंने बेन डकेट के साथ मिलकर पारी संभाली और तीसरे विकेट के लिए 166 गेंदों में 122 रन जोड़े। जो रूट के साथ मिलकर उन्होंने 111 गेंदों में 80 रन जोड़े। हालांकि, वह दूसरी पारी में ज्यादा रन बनाने में नाकाम रहे। वह अपनी दूसरी पारी में 8 रन बनाकर बोल्ड हुए।
डकेट
अपनी दूसरी पारी में डकेट ने जड़ा शतक
डकेट ने अपनी पहली पारी में अर्धशतक और दूसरी पारी में शतक जड़ा। यह उनके टेस्ट करियर का छठा और भारत के खिलाफ दूसरा शतक है। इस बीच उन्होंने अपने टेस्ट करियर के 2,500 रन भी पूरे किए। अपनी शतकीय पारी के दौरान उन्होंने जैक क्रॉली के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 188 रन की बड़ी साझेदारी भी निभाई। वह 170 गेंदों में 149 रन बनाकर आउट हुए।
शतक
15 साल बाद किसी इंग्लिश सलामी बल्लेबाज ने चौथी पारी में जड़ा शतक
डकेट ने इस शतक के साथ अहम मुकाम हासिल किया है। वह डेढ़ दशक बाद किसी टेस्ट की चौथी पारी में शतक जड़ने वाले इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बने हैं। इससे पहले आखिरी बार 2010 में एलिस्टर कुक ने बतौर सलामी बल्लेबाज शतक जड़ा था। बता दें कि कुक ने मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ पारी में नाबाद 109 रन बनाए थे। इसके साथ-साथ यह डकेट का दूसरी पारी में पहला शतक है।
अर्धशतक
दूसरी पारी में जैक क्रॉली और जो रूट ने लगाए अर्धशतक
क्रॉली ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट के अंतिम दिन बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतकीय पारी खेली। यह उनके टेस्ट करियर का 17वां और भारतीय टीम के खिलाफ छठा अर्धशतक रहा। क्रॉली अपनी इस पारी में 126 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 65 रन बनाकर प्रसिद्ध कृष्णा का शिकार बन गए। आखिरी दिन के आखिरी सत्र के दौरान रूट ने अपने टेस्ट करियर का 66वां अर्धशतक (53*) पूरा किया।
जानकारी
भारतीय टीम के नाम दर्ज हुआ ये अनचाहा रिकॉर्ड
टेस्ट इतिहास में भारत पहला ऐसा देश बन गया, जिसने 5 शतक लगाने के बावजूद मैच में शिकस्त झेली है। इससे पहले 1928-29 एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न टेस्ट में 4 शतक लगाने के बावजूद हार का सामना किया था।
रिकॉर्ड्स
मैच में बने ये अन्य रिकॉर्ड्स
शतक लगाने के बावजूद, जायसवाल ने हेडिंग्ले में 4 कैच छोड़े। वह किसी एक टेस्ट में संयुक्त रूप से सबसे अधिक कैच छोड़ने वाले भारतीय बने। क्रिकबज के अनुसार, ब्रूक पहली पारी में 99 रन पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में गोल्डन डक पर आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने। पंत सिर्फ चौथे ऐसे भारतीय बने, जब दोनों पारियों में शतक के बावजूद उनकी टीम हारी है।