
भारत बनाम इंग्लैंड: यशस्वी जायसवाल ने हेडिंग्ले टेस्ट में 4 कैच छोड़े, बनाया ये अनचाहा रिकॉर्ड
क्या है खबर?
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ सीरीज के पहले हेडिंग्ले टेस्ट में भारतीय फील्डरों का खराब प्रदर्शन जारी रहा। लगातार छूट रहे कैच के चलते भारतीय गेंदबाजी भी प्रभाव छोड़ने में असफल रही। इसी क्रम में यशस्वी जायसवाल ने मैच में 4 कैच छोड़े, जिसमें बेन डकेट का अहम कैच भी शामिल था। इसके साथ ही उन्होंने अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया।
कैच
इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान जायसवाल ने छोड़े 3 कैच
पहली पारी में भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज बुमराह ने एक बड़ा मौका बनाया, जब डकेट के बल्ले से गेंद बाहरी किनारे पर लगी। हालांकि, जायसवाल गली में एक हाथ से कैच नहीं पकड़ पाए। पोप को 60 रन के स्कोर पर जीवनदान मिला, जिसके बाद उन्होंने 106 रन बनाए। जायसवाल ने थर्ड स्लिप में एक और कैच छोड़ा। उसी पारी में 85वें ओवर में जायसवाल के हाथों हैरी ब्रूक को भी जीवनदान मिला। ब्रूक 99 रन बनाकर आउट हुए।
डकेट
दूसरी पारी में जायसवाल ने डकेट का अहम कैच छोड़ा
जीत के लिए मिले 371 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए डकेट ने शतक जड़ा। इस पारी के दौरान वह भाग्यशाली रहे और उन्हें 97 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर जीवनदान मिल गया। दरअसल, तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की गेंद पर जायसवाल ने स्क्वायर लेग पर डकेट का कैच छोड़ा। जायसवाल ने दौड़ते हुए डाइव लगाई, लेकिन वह कैच को सफलतापूर्वक पकड़ने में विफल रहे। इसके बाद डकेट ने 149 रन बनाए।
जानकारी
जायसवाल ने बनाया ये अनचाहा रिकॉर्ड
क्रिकबज के अनुसार, जायसवाल के द्वारा छोड़े गए 4 कैच, अब टेस्ट में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा छोड़े गए सबसे अधिक कैच (संयुक्त रूप से) हैं। दिलचस्प रूप से जायसवाल ने अपने पहले 17 टेस्ट मैचों में केवल एक कैच छोड़ा था।
शतक
बल्लेबाजी में जायसवाल ने लगाया था शतक
जायसवाल ने 101 और 4 रन के स्कोर किए। वह पहले विदेशी खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों देशों में अपने पहले टेस्ट के दौरान शतक लगाया। 23 साल की उम्र से पहले उन्होंने 4 देशों (भारत, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) में टेस्ट शतक जड़ दिए हैं। यह कारनामा उनसे पहले सिर्फ सचिन ने 5 देशों में किया था। इस मैदान पर शतक जड़ने वाले वह एशिया के पहले सलामी बल्लेबाज भी बने हैं।