NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रयोगशाला में उगाया इंसानी दांत, इलाज होगा सरल
    अगली खबर
    वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रयोगशाला में उगाया इंसानी दांत, इलाज होगा सरल
    वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रयोगशाला में उगाया इंसानी दांत (तस्वीर: पिक्साबे)

    वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रयोगशाला में उगाया इंसानी दांत, इलाज होगा सरल

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Apr 14, 2025
    02:26 pm

    क्या है खबर?

    वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रयोगशाला में मानव दांत को सफलतापूर्वक उगाने में सफलता पाई है।

    यूनाइटेड किंगडम (UK) के किंग्स कॉलेज लंदन के शोध के अनुसार, अब भविष्य में लोग खोए हुए दांतों को प्राकृतिक रूप से वापस पा सकते हैं। यह तरीका फिलिंग या डेंटल इम्प्लांट का विकल्प बन सकता है।

    वैज्ञानिकों ने एक खास सामग्री तैयार की है, जो दांतों के विकास के लिए जरूरी माहौल बनाती है, जिससे कोशिकाएं आपस में संकेत भेजकर दांत बना पाती हैं।

    फायदा

    नई तकनीक दंत चिकित्सा में ला सकती है क्रांति 

    वैज्ञानिकों का कहना है कि जैसे शार्क और हाथियों में नए दांत उगते हैं, वैसे ही इंसानों में भी यह मुमकिन होगा।

    पहले जब वैज्ञानिकों ने कोशिकाओं से दांत उगाने की कोशिश की थी, तब वे आपस में ठीक से संपर्क नहीं कर पा रही थीं।

    अब टीम 2 तरीकों पर काम कर रही है, जिसमें पहले दांत को लैब में पूरा बनाकर जबड़े में लगाया जाए और दूसरा कोशिकाएं सीधे मुंह में रख दी जाएं, ताकि वहीं दांत बने।

    शोध

    फिलिंग और इम्प्लांट का बेहतर विकल्प बनेगा यह शोध

    शोधकर्ताओं के मुताबिक, फिलिंग और इम्प्लांट पूरी तरह प्राकृतिक दांत का काम नहीं कर पाते।

    ये समय के साथ कमजोर हो सकते हैं और दूसरी समस्याएं भी ला सकते हैं। वहीं, प्रयोगशाला में उगाया गया दांत मजबूत, लंबे समय तक टिकने वाला और पूरी तरह जैविक होगा।

    यह शरीर द्वारा अस्वीकृत भी नहीं होगा। इस तकनीक से मरीजों को दर्द रहित, टिकाऊ और स्वाभाविक दांतों का समाधान मिल सकता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    यूनाइटेड किंगडम (UK)

    ताज़ा खबरें

    'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' का तीसरा सीजन बनकर तैयार, हो गया ये धमाकेदार ऐलान कपिल शर्मा
    इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए क्यों नहीं हुआ मोहम्मद शमी का चयन? भारतीय क्रिकेट टीम
    नीति आयोग की बैठक में बोले प्रधानमंत्री- विकसित भारत हर भारतीय का लक्ष्य  नरेंद्र मोदी
    हरियाणा पुलिस को यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ नहीं मिले जासूसी के ठोस सबूत हरियाणा

    यूनाइटेड किंगडम (UK)

    स्पॉटिफाई पर अब गानों और पॉडकास्ट के साथ मिलेंगे वीडियो कोर्स, यहां शुरू हुई सुविधा स्पॉटिफाई
    AI मॉडल्स की सुरक्षा परखने के लिए अमेरिका और UK ने मिलाया हाथ, मिलकर करेंगे काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    ऑरोरा बोरेलिस से बदल गया आसमान का रंग, जानिए किन देशों में दिखा नजारा सौर तूफान
    UK: परिवार को होटल में दिखी हूबहू बेटे के शक्ल वाली तस्वीर, हुए हैरान  अजब-गजब खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025