पैसों के बदले इंस्टाग्राम अकाउंट बैन कर सकते हैं स्कैमर्स, इस्तेमाल कर रहे यह फीचर
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से जुड़े तरह-तरह के स्कैम आए दिन सामने आते हैं। अब पता चला है कि स्कैमर्स कोई भी इंस्टाग्राम अकाउंट पैसे लेकर बैन कर सकते हैं। स्कैमर्स का दावा है कि ऐसा 99,000 फॉलोअर्स तक वाले बड़े अकाउंट्स के साथ भी किया जा सकता है। स्कैमर्स की ओर से तय की गई रकम देकर कोई भी अकाउंट बैन करवाया जा सकता है और ऐसा एक इंस्टाग्राम फीचर की मदद से होता है।
अकाउंट बैन और रीस्टोर कर सकते हैं स्कैमर्स
फोटो शेयरिंग ऐप पर स्कैमर्स की ओर से चलाई जा रही अंडरग्राउंड सर्विस के बारे में मदरबोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में बताया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कई स्कैमर्स इस तरह का काम कर रहे हैं। ये स्कैमर्स सिर्फ अकाउंट्स पर बैन लगाने ही नहीं बल्कि बैन किए गए अकाउंट्स को रीस्टोर करने का काम भी पैसों के बदले कर रहे हैं। स्कैमर्स टेलीग्राम और दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर इन सेवाओं से जुड़े दावे यूजर्स से कर रहे हैं।
इतने पैसे लेते हैं स्कैमर्स
रिपोर्ट में बताया गया है कि अंडरग्राउंड फोरम के एक स्कैमर ने टेलीग्राम पर मदरबोर्ड से बात की। 'वॉर' नाम के इस स्कैमर ने पब्लिकेशन से बताया कि अकाउंट बैन करवाने में उसे लगभग पूरे दिन का वक्त लग सकता है। स्कैमर एक अकाउंट पर बैन लगवाने के बदले 60 डॉलर (करीब 4,450 रुपये) लेता है और इस तरह एक महीने में उसकी अच्छी-खासी कमाई इन स्कैम्स के जरिए हो जाती है।
अकाउंट रीस्टोर करने की कीमत ज्यादा
अकाउंट बैन करने वाला स्कैमर्स पहले बैन किए गए अकाउंट्स को रीस्टोर भी कर सकते हैं। कई बार ये स्कैमर्स अकाउंट बैन करने के बाद खुद विक्टिम से कॉन्टैक्ट करते हैं और अकाउंट रीस्टोर करने के बदले उससे पैसों की मांग करते हैं। हालांकि, अकाउंट बैन करने से कहीं ज्यादा कीमत इंस्टाग्राम अकाउंट रीस्टोर करने के लिए ली जाती है। ऐसा करने के लिए स्कैमर्स 3,500 से 4,000 डॉलर (2.6 से 2.9 लाख रुपये) तक की मांग करते हैं।
फीचर्स का गलत इस्तेमाल करते हैं स्कैमर्स
किसी अकाउंट पर बैन लगवाने के लिए स्कैमर्स इंस्टाग्राम की पॉलिसी और सुसाइड, सेल्फ-हार्म और पहचान चोरी रोकने से जुड़े मैकेजिन्म और फीचर्स का गलत इस्तेमाल करते हैं। कई रिपोर्ट्स में सामने आया है कि इंस्टाग्राम के नियमों का उल्लंघन करते हुए स्कैमर्स टारगेट किए गए अकाउंट को बैन करवा देते हैं और सोशल मीडिया ऐप अनजाने में इन यूजर्स के खिलाफ ऐक्शन लेती है। इस तरह ऐप के प्रोटेक्टिव फीचर्स ही स्कैमर्स की मदद कर रहे हैं।
इंस्टाग्राम खुद लगा देती है बैन
स्कैम करने वाले किसी अकाउंट पर बैन लगाने के लिए पहचान चोरी करने या फिर अकाउंट को मास रिपोर्ट करने जैसे काम करते हैं। टारगेट अकाउंट के नाम से दूसरा अकाउंट बनाकर स्कैमर दावा करते हैं कि उनकी पहचान चोरी की गई है। इसके अलावा बॉट्स की मदद से भी अकाउंट को बार-बार रिपोर्ट किया जाता है। इंस्टाग्राम इस तरह के स्कैम्स को समझ नहीं पाती और अकाउंट पर आधिकारिक बैन लग जाता है।