
ISRO ने पूरा किया POEM-3 मिशन, अंतरिक्ष में नहीं रहेगा सैटेलाइट का मलबा
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने एक और अंतरिक्ष मिशन को पूरा कर लिया है।
ISRO ने बीते दिन (25 मार्च) जानकारी दी है कि उसके PSLV आर्बिटल एक्सपेरीमेंटल मॉड्यूल-3 (POEM-3) ने कक्षा में कोई मलबा छोड़े बिना पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश कर लिया है।
अंतरिक्ष में सैटेलाइट का मलबा वर्तमान में एक बहुत बड़ी चुनौती बना हुआ है। ऐसे में ISRO की यह सफलता अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही।
बयान
मिशन को लेकर ISRO ने क्या कहा?
इस अंतरिक्ष मिशन को लेकर ISRO ने एक बयान में कहा, "PSLV-C58/XPoSat मिशन ने कक्षा में व्यावहारिक रूप से कोई मलबा नहीं छोड़ा है।"
ISRO ने यह भी कहा है कि POEM-3, PSLV-C58 मिशन का हिस्सा था, जिसे 1 जनवरी को पूरा किया गया था।
इस मिशन के तहत सैटेलाइट को उसकी कक्षा में पहुंचने के बाद PSLV 3 हिस्सों में बंट जाता है और इसे ही POEM-3 का नाम दिया गया है।
मिशन
इतनी ऊंचाई पर भेजा गया PSLV
मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए PSLV को 650 किलोमीटर की ऊंचाई वाली कक्षा से 350 किलोमीटर वाली कक्षा में लाया गया।
PSLV समय से पहले अपनी कक्षा में पहुंच गया, जिससे किसी दुर्घटना के होने का खतरा भी काफी कम हो गया।
बता दें, POEM-3 पर जो पेलोड मौजूद हैं उन्हें एक महीने से भी कम समय में बनाया गया था। पेलोड संचालन को ISRO टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (ISTRAC) की टीम ने अंजाम दिया है।