IIT-मद्रास ने विकसित की खास इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर, मिलते हैं ये फीचर्स
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास ने एक स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर विकसित की है। नियोस्टैंड नामक इस व्हीलचेयर को यूजर्स के लाभ के लिए भारत का सबसे अधिक कस्टमाइज करने योग्य व्हीलचेयर कहा गया है। इस व्हीलचेयर को 20 मार्च को IIT-मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटी, संकाय, शोधकर्ताओं, गणमान्य व्यक्तियों, इस परियोजना के समर्थकों और इन रिहैबिलिटेशन डिवाइसों के यूजर्स की उपस्थिति में परिसर में लॉन्च किया गया था।
इन फीचर्स से लैस है व्हीलचेयर
IIT-मद्रास ने जानकारी दी है कि नियोस्टैंड एक कॉम्पैक्ट स्टैंडिंग व्हीलचेयर है, जो अपने मोटराइज्ड स्टैंडिंग मैकेनिज्म के लिए नेविगेशन से लैस है। यूजर्स एक बटन पर टैप कर आसानी से बैठने से खड़े होने के मुद्रा में हो सकते हैं। नियोस्टैंड की कॉम्पैक्टनेस तंग जगहों में आसानी से चलने-फिरने को सुनिश्चित करती है। बैठने और खड़े होने के विकल्प के साथ यह यूजर्स के जीवन की गुणवत्ता और सामाजिक भागीदारी को बेहतर बनाने के लिए काफी खास है।
इन्होंने किया इस परियोजना का नेतृत्व
नियोस्टैंड व्हीलचेयर बनाने की इस परियोजना का नेतृत्व IIT-मद्रास के TTK सेंटर फॉर रिहैबिलिटेशन रिसर्च एंड डिवाइस डेवलपमेंट (R2D2) की प्रमुख प्रोफेसर सुजाता श्रीनिवासन ने किया। भारत की पहली मैनुअल स्टैंडिंग व्हीलचेयर 'एराइज' और व्हीलचेयर के लिए पहली मोटराइज्ड ऐड-ऑन नियोबोल्ट के विकास का नेतृत्व भी उन्होंने ने ही किया। इस डिवाइस का व्यावसायीकरण किया गया है और इसे IIT-मद्रास इनक्यूबेटेड स्टार्टअप नियोमोशन के माध्यम से लॉन्च किया जा रहा है।