
अपने कंप्यूटर पर ऑटोमेटिक बैकअप कैसे करें सेट?
क्या है खबर?
हमारे कंप्यूटर या लैपटॉप में रोजाना कई जरूरी फाइलें जुड़ती हैं और पहले से मौजूद अहम डाटा भी होता है।
अगर कंप्यूटर में खराबी आ जाए, वायरस आ जाए या फाइल गलती से डिलीट हो जाए, तो पूरा डाटा चला जा सकता है।
ऐसे में अगर आपने पहले से बैकअप लिया हुआ है, तो आप उसे फिर से पा सकते हैं। खुद से रोज बैकअप लेना मुश्किल हो सकता है, लेकिन आप इसे स्वचालित तरीके से शेड्यूल कर सकते हैं।
सॉफ्टवेयर
बैकअप सॉफ्टवेयर का चयन करें
बैकअप की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको एक अच्छा बैकअप सॉफ्टवेयर चुनना होगा।
अगर आप विंडोज यूजर हैं, तो विंडोज बैकअप एक आसान विकल्प है। वहीं कुछ थर्ड पार्टी ऐप जैसे EaseUS, AOMEI या मक्रीम रिफ्लेक्ट भी उपयोगी हो सकते हैं।
सॉफ्टवेयर चुनते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह आपके सिस्टम के साथ काम करता हो और उसमें क्लाउड स्टोरेज या एन्क्रिप्शन जैसी सुविधाएं भी हों।
शेड्यूल
शेड्यूल और फाइलें तय करें
सॉफ्टवेयर चुनने के बाद अगला कदम है बैकअप का समय तय करना।
आप चाहें तो इसे रोज, हफ्ते में एक बार या महीने में एक बार चलने के लिए सेट कर सकते हैं। फिर यह तय करें कि किन फोल्डरों और फाइलों का बैकअप लेना है।
डॉक्यूमेंट्स, फोटोज, प्रोजेक्ट्स जैसी जरूरी चीजों को प्राथमिकता दें। जरूरत न होने वाली फाइलों को छोड़ दें, ताकि स्टोरेज की जगह बच सके और बैकअप तेज हो।
स्टोरेज
स्टोरेज का लोकेशन चुनें
अब यह तय करें कि आपका बैकअप कहां सेव होगा।
आप चाहें तो बैकअप को बाहरी हार्ड ड्राइव या पेन ड्राइव पर सेव कर सकते हैं, या फिर गूगल ड्राइव, वनड्राइव जैसी क्लाउड सेवाओं पर।
लोकल स्टोरेज में तेजी से पहुंचा जा सकता है, जबकि क्लाउड स्टोरेज में डाटा इंटरनेट के जरिए कहीं से भी मिल सकता है। अपनी सुविधा और सुरक्षा के अनुसार किसी एक विकल्प का चुनाव करें।