
गूगल डीपमाइंड के वैज्ञानिक बना सकते हैं खुद की AI कंपनी, निवेशकों से कर रहे बातचीत
क्या है खबर?
टेक दिग्गज कंपनी गूगल के 2 वैज्ञानिक एक साथ मिलकर खुद के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप बनाने की योजना बनाई है।
ब्लूमबर्ग न्यूज के अनुसार, डीपमाइंड में काम करने वैज्ञानिक लॉरेंट सिफ्रे और कार्ल ट्यूयल्स पेरिस में AI स्टार्टअप बनाने के लिए निवेशकों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
दोनों वैज्ञानिक निवेशकों से 20 करोड़ यूरो (लगभग 1,814 करोड़ रुपये) से अधिक जुटा सकते हैं।
सिफ्रे और ट्यूयल्स ने डीपमाइंड छोड़ने का नोटिस पहले ही दे दिया है।
मॉडल
नए AI मॉडल का किया जाएगा निर्माण
रिपोर्ट में कहा गया है कि होलिस्टिक के नाम से जानी जाने वाली कंपनी एक नए AI मॉडल का निर्माण कर सकती है।
इस मामले को लेकर अभी तक गूगल और डीपमाइंड की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया गया है।
बता दें, गूगल ने करीब एक दशक पहले AI रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए डीपमाइंड को अधिग्रहित किया था। कंपनी डीपमाइंड के जरिए ही AI के क्षेत्र में माइक्रोसॉफ्ट से मुकाबला कर रही है।
कंपनी
पहले भी डीपमाइंड के वैज्ञानिक बना चुके हैं खुद की कंपनी
सिफ्रे और ट्यूयल्स से पहले गूगल डीपमाइंड में काम करने वाले वैज्ञानिक पेरिस में खुद की AI कंपनी 'मिस्ट्रल AI' को स्थापित कर चुके हैं।
मिस्ट्रल AI ने दिसंबर में कहा था कि उसने 7 महीनों में अपने दूसरे फंडिंग दौर में 38.5 करोड़ यूरो (लगभग 3,492 करोड़ रुपये) जुटाए हैं।
फिलहाल इस बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है कि डीपमाइंड के वैज्ञानिक अपने AI स्टार्टअप को कब तक शुरू कर सकते हैं।