AI और अंतरिक्ष समेत इन क्षेत्रों में भारत-अमेरिका के बीच इस साल हुए अहम समझौते
क्या है खबर?
इस साल भारत और अमेरिका के बीच अलग-अलग क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में अमेरिका गए थे, जहां उनकी मौजूदगी में कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
आज हम आपके लिए दोनों देशों के बीच इस साल हुए टेक्नोलॉजी से संबंधित महत्वपूर्ण समझौते की सूची लेकर आए हैं, जो दोनों देशों के बीच तकनीकी साझेदारी को आगे तो बढ़ाएंगे ही, साथ ही देश के औद्योगिक और आर्थिक विकास के लिए अपार संभावनाएं लिए हुए हैं।
सेमीकंडक्टर
सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में काम करेंगी अमेरिकी कंपनियां
माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने कहा था कि वह इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन की मदद से अरबों भारत में अरबों रुपये की लागत से नई सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी लगाएगी।
साथ ही अप्लाईड मैटेरियल्स ने भी भारत में सेमीकंडक्टर सेंटर फॉर कमर्शियलाइजेशन एंड इनोवेशन लगाने की घोषणा की है।
इनके अलावा लैम रिसर्च ने कहा था कि वह भारत में सेमीकंडक्टर की शिक्षा और कार्यबल के विकास के लिए भारत के 60,000 इंजीनियरों को ट्रेनिंग देगी।
समझौता
एडवांस टेलीकम्युनिकेशन
भारत और अमेरिका एडवांस टेलीकम्युनिकेशन पर शोध और इसके विकास के लिए एक ज्वाइंट टास्क फोर्स बनाने पर सहमत हुए हैं।
इसके तहत भारत 6G और अमेरिका का नेक्स्ट G अलायंस इस सरकारी-निजी रिसर्च को आगे बढ़ाएगा। इसका काम टेलीकम्युनिकेशन नेटवर्क के खर्चे को कम करने और सुरक्षा बढ़ाने आदि विषयों पर सलाह देना है।
दोनों देशों में इस तकनीक को बड़े स्तर पर लागू करने के लिए अमेरिका आर्थिक मदद देगा।
अंतरिक्ष
अंतरिक्ष में भारत की मदद करेगा अमेरिका
अंतरिक्ष के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करने के लिए भारत और अमेरिका तैयार हए हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर जाने की ट्रेनिंग देगी।
नासा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ मिलकर अगले NISAR मिशन लॉन्च करेगी। यह 12 दिनों में पूरी पृथ्वी को मैप पर इसके इकोसिस्टम, समुद्र स्तर में वृद्धि, भूजल स्तर, भूकंप और भूस्खलन आदि को समझने के लिए लगातार डाटा प्रदान करेगा।
समझौता
क्वांटम, एडवांस कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस
भारत और अमेरिका ने दोनों देशों के सरकारी और निजी क्षेत्रों के बीच शोध को बढ़ाना देने के लिए इंडो-US क्वांटम कॉर्डिनेशन मैकेनिज्म बनाया है।
साथ ही अमेरिका ने देशों के बीच क्वांटम के एक्सचेंज के लिए बनाए गए क्वांटम इंटेगलमेंट एक्सचेंज और क्वांटम इकॉनोमिक डेवलेपमेंट कंसोर्टियम में भारत को शामिल करने की वकालत की है।
दोनों देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और एडवांस वायरलेस टेक्नोलॉजी पर संयुक्त शोध को भी बढ़ावा देंगे।