आपका इतना डाटा जुटाती है जीमेल, गूगल ने खुद दी जानकारी

सर्च इंजन कंपनी गूगल ने बताया है कि उनकी जीमेल ऐप यूजर्स का कितना डाटा जुटाती है। कंपनी ने हाल ही में जीमेल फॉर iOS ऐप को अपडेट किया है और ऐपल प्राइवेसी लेबल्स ऐड किए हैं। इन लेबल्स से पता चला है कि जीमेल यूजर्स का कितना डाटा जुटाती है। ऐपल ने ऐप डिवेलपर्स से लेबल ऐड करने को कहा है, जिससे यूजर्स को बेहतर सिक्योरिटी और प्राइवेसी मिल सके।
जीमेल ऐप यूजर्स की लोकेशन, यूजर ID और ऐप यूजेस डाटा के अलावा सर्च हिस्ट्री और कॉन्टैक्ट इन्फॉर्मेशन जुटाती है और इस जानकारी का इस्तेमाल यूजर्स को अलग-अलग तरह की सेवाएं देने के लिए किया जाता है। इसके अलावा यूजर के कंटेंट (फोटो या वीडियो, ऑडियो डाटा वगैरह), खरीददारी की जानकारी और डाइग्नोस्टिक्स (ऐप क्रैश, परफॉर्मेंस, बैटरी की जानकारी) भी ऐक्सेस किए जाते हैं। अच्छी बात यह है कि ऐप की ओर से डाटा हर वक्त ऐक्सेस नहीं किया जाता।
जीमेल ऐप यूजर्स का डाटा उनकी पसंद के हिसाब से ऐडवर्टाइजमेंट दिखाने के लिए करती है। इसके अलावा एनालिटिक्स के साथ प्रोडक्ट को यूजर्स के लिए पर्सनलाइज किया जाता है और ऐप इस्तेमाल करने के तरीके के हिसाब से यूजर को सेवाएं मिलती हैं। डाटा जुटाने की एक और वजह ऐप फंक्शनालिटी को बेहतर बनाना है। उदाहरण के लिए लिए यूजर्स ने किन फीचर्स का इस्तेमाल कम या ज्यादा किया, यह समझते हुए ऐप में बदलाव किए जा सकते हैं।
जीमेल ऐप की डाटा कलेक्शन प्रैक्टिस को लेकर चिंतित हों तो जानना जरूरी है कि ऐप आपकी पर्सनल जानकारी नहीं इकट्ठा करती। गूगल ने बताया है कि जीमेल यूजर्स के नाम, एड्रेस और फोन नंबर जैसी पर्सनल जानकारी नहीं जुटाती। साथ ही गूगल की ओर से बताई गई लिस्ट से जुड़ा डाटा केवल जरूरत होने पर ही जुटाया जाता है और हमेशा ट्रैक नहीं किया जाता। यानी कि जरूरी नहीं है कि ऐप आपका डाटा इकट्ठा कर ही रही हो।
अगर आपके पास ऐपल डिवाइस है और iOS 14 या इसके बाद का ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल कर रहे हैं, तो प्राइवेसी लेबल्स देखने का विकल्प मिलता है। आपको इसके लिए ऐप स्टोर में जाना होगा और जीमेल ऐप का पेज ओपेन करना होगा। नीचे प्राइवेसी सेक्शन में स्क्रॉल करने पर आपको उस डाटा की लिस्ट दिख जाएगी, जो यह ऐप कलेक्ट कर सकती है। आप दूसरी ऐप्स के लेबल्स भी इसी तरह ऐप स्टोर पर देख सकते हैं।