नियमों का उल्लंघन करने वाले ग्रुप्स को 'सजा' देगी फेसबुक
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर यूजर्स को पब्लिक और प्राइवेट ग्रुप्स बनाने का विकल्प मिलता है, जिससे एक जैसी बातें करने के लिए सही स्पेस मिल सके। ऐसे ग्रुप्स करेंट अफेयर्स से लेकर सेल्फ-इंप्रूवमेंट और टेक्नोलॉजी जैसे कई मुद्दों से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, प्लेटफॉर्म पर कई ग्रुप्स बनाने के पीछे घृणा, हिंसा और भेदभाव या उन्माद फैलाने जैसे खतरनाक मकसद सामने आए हैं, जिन्हें लेकर फेसबुक कड़े कदम उठाने जा रही है।
नियम तोड़ने वाले ग्रुप्स पर कार्रवाई
कंपनी ने घोषणा की है कि उन ग्रुप्स के खिलाफ अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जो बार-बार फेसबुक कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन करेंगे। एक ब्लॉग पोस्ट में बताया गया है कि किस तरह के बदलाव फेसबुक की ओर से किए गए हैं और ऐसे ग्रुप्स की पहचान कैसे की जाएगी। कंपनी ने कहा है कि नियम तोड़ने वालों के लिए प्लेटफॉर्म पर मिलने वाले फीचर्स कम कर दिए जाएंगे और उनपर पाबंदियां लगाई जाएंगी।
यूजर्स को दी जाएगी चेतावनी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने बताया है कि सभी यूजर्स को इस बारे में चेतावनी दी जाएगी कि वे जो ग्रुप जॉइन करने जा रहे हैं, उसने बार-बार नियमों का उल्लंघन किया है। एक पॉप-अप मेसेज में लिखा दिखेगा, "इस ग्रुप ने ऐसे पोस्ट्स को अनुमति दी है, जिसने हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन किया है।" यहां नए यूजर्स को दो विकल्प दिए जाएंगे, जो 'रिव्यू ग्रुप' या फिर 'जॉइन ग्रुप एनीवे' के होंगे।
ग्रुप में पोस्ट नहीं कर पाएंगे यूजर्स
नए बदलाव के बाद केवल ग्रुप्स पर ही पाबंदियां नहीं लगेंगी, बल्कि बार-बार कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन करने वाले यूजर्स ग्रुप में पोस्ट नहीं कर पाएंगे। ऐसे यूजर्स ना तो ग्रुप में कोई पोस्ट कर सकेंगे और ना ही दूसरों की पोस्ट पर कॉमेंट करने का विकल्प उन्हें मिलेगा। ऐसे यूजर्स कोई नया ग्रुप भी नहीं शुरू कर पाएंगे और लगातार नियम तोड़ने पर इन्हें फेक न्यूज फैलाने के लिए जिम्मेदार माना जाएगा।
ग्रुप मॉडरेटर्स के पास होगा कंट्रोल
अगर किसी ग्रुप के कई मेंबर्स कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन करेंगे तो अपने आप एक सेटिंग ट्रिगर हो जाएगी। इस सेटिंग के बाद हर पोस्ट अप्रूवल के लिए ग्रुप मॉडरेटर्स के पास जाएगी और उनकी ओर से अप्रूव किए जाने के बाद ही ग्रुप में दिखेगी। अगर मॉडरेटर्स कोई ऐक्शन नहीं लेते तो फेसबुक ग्रुप्स को टेक-डाउन कर देगी। फेसबुक ने बताया है कि ये बदलाव अगले कुछ महीने में किए जाएंगे।