अवास्ट पर लगा 136 करोड़ रुपये का जुर्माना, यूजर्स का डाटा चुराने का है आरोप
साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर कंपनी अवास्ट को 1.65 करोड़ डॉलर (लगभग 136 करोड़ रुपये) के जुर्माने का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी पर आरोप है कि उसने ग्राहकों की संपत्ति के बिना उनकी जानकारी को संग्रहित किया और उसे बेचा है। संघीय व्यापार आयोग (FTC) ने गुरुवार (22 फरवरी) को जुर्माने की घोषणा की और कहा कि वह अवास्ट को विज्ञापन उद्देश्यों के लिए यूजर्स के डाटा को बेचने से भी रोक रहा है।
करीब 100 पक्षों को बेचा गया यूजर्स का डाटा
FTC की शिकायत के अनुसार, अवास्ट ने अपने एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और ब्राउजर एक्सटेंशन के माध्यम से 2014 से 2020 तक यूजर्स के वेब ब्राउजिंग की जानकारी एकत्रित की। इससे कंपनी को यूजर्स के धार्मिक विश्वासों, स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं, राजनीतिक विचारों, स्थानों और वित्तीय स्थिति की डाटा एकत्र करने की अनुमति मिली। रिपोर्ट में दावा किया गया है कंपनी ने इस डाटा को यूजर्स की सहमति के बिना 100 से अधिक तीसरे पक्षों को बेच दिया।
2020 में सबसे पहले सामने आया था मामला
मदरबोर्ड और पीसीमैग की एक संयुक्त जांच ने पहली बार 2020 में अवास्ट की लापरवाह डाटा गोपनीयता पर का खुलासा किया। इस रिपोर्ट सामने आने के तुरंत बाद अवास्ट ने जंपशॉट नामक अपनी डाटा हार्वेस्टिंग शाखा को बंद कर दिया। अवास्ट ने मामले पर कहा है कि उसने यूजर्स डाटा बेचने से पहले पहचान संबंधी जानकारी हटा दी, लेकिन FTC ने पाया कि यह यूजर्स की ब्राउजिंग जानकारी को पर्याप्त रूप से हटाने में विफल रहा।