
उत्तर प्रदेश: पूर्ण कार्यकाल के बाद सत्ता में वापसी करने वाले पहले मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग साफ हो गए हैं और भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार राज्य में सरकार बनाने जा रही है।
इस जीत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा इतिहास रच दिया है। वो उत्तर प्रदेश के इतिहास के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जो अपने पहले पूर्ण कार्यकाल के बाद लगातार दूसरी बार सत्ता में आया है।
योगी ने इसके अलावा भी कई रिकॉर्ड बनाए हैं।
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सत्ता में वापसी करने वाले पांचवें मुख्यमंत्री बने योगी
1952 के बाद से अब तक उत्तर प्रदेश में 21 मुख्यमंत्री रह चुके हैं और योगी पांचवें ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो सत्ता में वापसी करने जा रहे हैं।
उनसे पहले 1957 में सम्पूर्णानंद, 1962 में चंद्रभानू गुप्ता, 1974 में हेमवती नंदन बहुगुणा और 1984 में नारायण दत्त तिवारी ने ऐसा किया था।
हालांकि इनमें से किसी ने भी पहले कार्यकाल में पूरे पांच साल राज नहीं किया था, इसलिए पूर्ण कार्यकाल के बाद वापस आने वाले योगी पहले मुख्यमंत्री हैं।
#2
पिछले 37 साल में सत्ता में वापसी करने वाले पहले मुख्यमंत्री योगी
योगी पिछले 37 साल में सत्ता में वापसी करने वाले उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। इससे पहले 1985 में नारायण दत्त तिवारी मुख्यमंत्री के नाते सत्ता में वापसी करने में कामयाब रहे थे।
इस संदर्भ में भाजपा ने भी एक रिकॉर्ड बना दिया है और वो पिछले 37 साल में उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी करने वाली पहली पार्टी बन गई है। उत्तराखंड के अलग होने के बाद वो ऐसा करने वाली पहली पार्टी है।
#3
योगी दोबारा मुख्यमंत्री बनने वाले पहले भाजपा नेता
योगी उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले भाजपा के पहले नेता भी बन गए हैं। उनसे पहले राज्य में भाजपा के तीन मुख्यमंत्री- कल्याण सिंह, रामप्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह- रह चुके हैं, लेकिन इनमें से कोई भी सत्ता में दोबारा वापसी नहीं कर पाया।
योगी पिछले 15 साल में उत्तर प्रदेश के पहले MLA मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। 2007 में मायावती, 2012 में अखिलेश यादव और 2017 में योगी MLC से मुख्यमंत्री बने थे।
असर
योगी की जीत के भाजपा के लिए क्या मायने हैं?
योगी आदित्यनाथ की ये प्रचंड जीत भाजपा में शक्ति संतुलन को प्रभावित करने का माद्दा रखती है। इस जीत से भाजपा के अंदर उनका कद बढ़ेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद पार्टी के नंबर दो नेता के पद पर उनका दावा मजबूत होगा।
अपनी इस जीत के बाद योगी भविष्य के प्रधानमंत्री के लिए अपनी दावेदरी करने के योग्य भी होंगे, जिसकी बानगी कई बार उनके समर्थकों के नारे में देखने को मिलती है।