#NewsBytesExplainer: क्या है राहुल गांधी के 'फ्लाइंग किस' देने का मामला, जिस पर खड़ा हुआ विवाद?
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के संबोधन के बाद से बवाल मचा हुआ है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) की महिला सांसदों ने राहुल पर 'फ्लाइंग किस' देने का आरोप लगाया है। मामले में महिला सांसदों ने पत्र लिखकर लोकसभा अध्यक्ष से इसकी शिकायत की है। उन्होंने राहुल के आचरण को अभद्र बताते हुए इसे महिलाओं का अपमान बताया है। आइए जानते हैं कि यह पूरा विवाद क्या है।
कैसे हुई मामले की शुरुआत?
राहुल ने लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद आज पहली बार संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाषण दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब राहुल का भाषण खत्म हुआ और वह लोकसभा के बाहर निकल रहे थे, तभी उन्होंने कथित तौर पर सत्ता पक्ष की बेंचों की ओर फ्लाइंग किस का इशारा किया। इसी पर NDA की महिला सांसदों ने आपत्ति जताई है। कुछ ने कहा कि ये इशारा ईरानी की तरफ था।
स्मृति ईरानी ने मामले पर क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने सदन के अंदर फ्लाइंग किस का इशारा करने के लिए राहुल को महिला विरोधी बताया। उन्होंने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा, "जिस व्यक्ति को सदन में बोलने का मौका दिया गया, उन्होंने जाते-जाते अभद्रता की है। सिर्फ एक महिला विरोधी व्यक्ति ही संसद में फ्लाइंग किस दे सकता है, जिसमें महिला सदस्य भी बैठती हैं। देश की संसद में ऐसा अमर्यादित आचरण कभी नहीं देखा गया।"
लोकसभा अध्यक्ष से शिकायत में क्या मांग की गई है?
केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने बताया कि कई महिला सांसदों ने राहुल के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष के पास शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा, "यह एक संसद सदस्य का अनुचित और अशोभनीय व्यवहार है। वरिष्ठ सदस्य कह रहे हैं कि भारतीय संसद के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। यह कैसा व्यवहार है? वह किस तरह के नेता हैं? हमने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इसकी CCTV फुटेज देने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।"
विवाद पर कांग्रेस ने क्या कहा?
NDTV से कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि राहुल सामान्य तौर पर सत्ता पक्ष की ओर इशारा कर रहे थे और उन्होंने यह किसी विशेष मंत्री या सांसद के लिए नहीं किया। उन्होंने कहा, "राहुल ने सदन से जाते समय सत्ता पक्ष के सासंदों की ओर फ्लाइंग किस का इशारा किया और उन्हें भाइयों और बहनों कहा था। उनका इशारा किसी विशेष मंत्री या सांसद की ओर नहीं था। विशेषकर केंद्रीय मंत्री ईरानी की ओर तो बिल्कुल भी नहीं।"
न्यूजबाइट्स प्लस
यह पहला मौका नहीं जब संसद में राहुल के व्यवहार को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा ने सवाल खड़े किये हैं। 2018 में संसद के मानसून सत्र के दौरान भी राहुल लोकसभा में आंख मारने को लेकर घिर चुके हैं। उस वक्त भी मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी। अपना भाषण खत्म करने के बाद राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले लगने की कोशिश की और लौटकर अपने साथी सांसद को आंख मारी।