
नवजोत सिंह सिद्धू 10 महीने बाद आज होंगे रिहा, जानें किस मामले में गए थे जेल
क्या है खबर?
पटियाला जेल में बंद पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आज करीब 10 महीने बाद रिहा हो जाएंगे।
सिद्धू के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने शनिवार सुबह ट्वीट कर बताया कि वह दोपहर में पटियाला जेल के बाहर मीडिया को संबोधित भी करेंगे।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सिद्धू को 34 वर्ष पुराने रोड रेज मामले में दोषी पाते हुए एक साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी।
मामला
क्या है मामला?
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 19 मई को 1988 के रोड रेज मामले में सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई थी।
दरअसल, सिद्धू ने गुस्से में आकर एक बुजुर्ग व्यक्ति को मुक्का मार दिया था, जिसके बाद घायल बुजुर्ग की मौत हो गई थी।
इस मामले में पहले सिद्धू को बरी कर दिया था और 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया था।
हालांकि, पीड़ित परिवार की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को सजा दी थी।
रिहाई
सिद्धू को पहले मई में किया जाना था रिहा
सिद्धू को एक साल की सजा काटने के बाद मई में रिहा किया जाना था, लेकिन अच्छे व्यवहार के कारण उन्हें जल्दी रिहा किया जा रहा है।
सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने NDTV को बताया, "सिद्धू की निर्धारित रिहाई मई में होनी थी, लेकिन अच्छे आचरण करने वाले सभी कैदियों के लिए रविवार की सभी छुट्टियां सजा की अवधि में से काट ली जाती हैं, इसलिए उन्हें (सिद्धू) 48 दिनों की छूट मिल रही है।"
स्वागत
सिद्धू का स्वागत करने में जुटे कांग्रेस कार्यकर्ता
ABP के मुताबिक, पंजाब में कांग्रेस कार्यकर्ता सिद्धू की रिहाई के बाद उनके स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक नवतेज सिंह चीमा ने कहा कि वह सिद्धू के रिहा होने के बाद उन्हें जेल से पटियाला में उनके आवास तक ले जाएंगे।
उन्होंने आगे बताया कि पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के नेता लाल सिंह ने शुक्रवार को जेल में सिद्धू से मुलाकात की थी।
बीमारी
सिद्धू की पत्नी हैं कैंसर से ग्रस्त
बता दें कि सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू कैंसर से ग्रस्त हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले ट्वीट कर स्वयं इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि कैंसर दूसरे स्टेज पर पहुंच चुका है।
उन्होंने आगे लिखा था, 'वह (सिद्धू) एक ऐसे अपराध के लिए जेल में बंद हैं, जो उन्होंने किया ही नहीं है। इसमें जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें माफ कर दीजिए। हर दिन बाहर रहकर आपकी रिहाई का इंतजार करना बेहद कष्टदायक है।'