मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे हुए स्वीकार, सौरभ भारद्वाज और आतिशी लेंगे जगह
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सतेंद्र जैन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति ने दिल्ली सरकार में उनकी जगह दो नए मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और आतिशी को शामिल करने की स्वीकृति भी दे दी है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल सरकार के दो नए मंत्रियों को जल्द शपथ दिलाई जा सकती है। पिछले दिनों भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे सिसोदिया और जैन ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
केजरीवाल सरकार में सौरभ भारद्वाज दूसरी बार बनेंगे मंत्री
सौरभ भारद्वाज दिल्ली की ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट से साल 2013 में भाजपा के उम्मीदवार अजय कुमार मल्होत्रा को हराकर आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक बने थे। उन्हें पहली AAP सरकार में परिवहन मंत्री बनाया गया था, लेकिन यह सरकार केवल 49 दिन ही चल पाई थी। सौरभ लगातार तीन बार ग्रेटर कैलाश सीट से विधायक चुने गए हैं और अब 9 साल बाद वह केजरीवाल सरकार में दोबारा मंत्री बनने वाले हैं।
पहली बार विधायक चुने जाने के बाद अब मंत्री बनेंगी आतिशी
आतिशी दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से साल 2020 में पहली बार AAP की विधायक बनीं और पहली बार विधायक बनने के बाद अब कैबिनेट मंत्री भी बनने जा रही हैं। केजरीवाल सरकार के साथ आतिशी लंबे समय से काम कर रही हैं और वह दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया की सलाहकार भी रह चुकी हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था में हुए आमूलचूल परिवर्तन में आतिशी ने अहम भूमिका निभाई है।
मनीष सिसोदिया पर क्या आरोप हैं?
सिसोदिया पर नई शराब नीति के तहत कमीशन लेकर शराब की दुकानों का लाइसेंस लेने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने का आरोप है। सिसोदिया पर विदेशी शराब की कीमत में बदलाव करने और बीयर से आयात शुल्क हटाने का आरोप है, जिस कारण विदेशी शराब और बीयर सस्ती हो गईं और राजकोष को नुकसान हुआ। सिसोदिया पर उपराज्यपाल की मंजूरी लिए बिना कोविड महामारी का हवाला देकर 144.36 करोड़ रुपये की निविदा लाइसेंस फीस माफ करने का आरोप भी है।
सत्येंद्र जैन पर क्या आरोप हैं?
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पिछले साल 30 मई को सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था। जैन पर अपने परिजनों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर 2011-12 में 11.78 करोड़ रुपये और 2015-16 में 4.63 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के लिए चार फर्जी कंपनियां बनाने का आरोप है। जैन पर आय से अधिक संपत्ति का भी आरोप है और अप्रैल, 2022 में उनसे जुड़ी 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी।
दोनों मंत्रियों को कब किया गया था गिरफ्तार?
सिसोदिया को बीती 26 फरवरी को कथित शराब नीति घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था और वह 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में हैं। इसके अलावा जैन को पिछले साल 30 मई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था और पिछले नौ महीनों से वो जेल में हैं। 28 फरवरी को दोनों मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
दिल्ली सरकार में दोनों मंत्रियों पर क्या जिम्मेदारियां थीं?
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उपमुख्यमंत्री सिसोदिया और मंत्री जैन के इस्तीफे स्वीकार कर लिए थे। दिल्ली सरकार में सिसोदिया शिक्षा समेत करीब 18 विभाग संभाल रहे थे, जबकि जैन स्वास्थ्य मंत्री थे। AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सिसोदिया और जैन के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि दोनों मंत्री बेकसूर हैं और उन पर लगे आरोप फर्जी और बेबुनियाद हैं। हालांकि, विपक्षी पार्टियों ने मंत्रियों के इस्तीफे को सही ठहराया है।