संसद का शीतकालीन सत्र खत्म: कौन-कौनसे विधेयक हुए पारित और किन मुद्दों पर हुआ हंगामा?
क्या है खबर?
संसद का शीतकालीन सत्र खत्म हो गया है। आज आखिरी दिन दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा हुआ। इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। यानी शीतकालीन सत्र खत्म हो गया। इस सत्र में परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को निजी भागीदारों के लिए खोलने और मरनेगा में कई बदलावों वाले अहम विधेयक पेश हुए। कई मुद्दों पर भारी हंगामा भी हुआ। आइए सत्र की अहम बातें जानते हैं।
विधेयक
ये अहम विधेयक भी हुए पारित
सत्र की शुरुआत होते ही टैक्स और GST से जुड़े विधेयक पारित हुए। इनमें सिगरेट, तंबाकू, पान मसाला पर टैक्स वाला विधेयक शामिल है। साथ ही मणिपुर GST (दूसरा संशोधन) विधेयक भी पारित हुआ, जो राज्य स्तर पर GST कानून को राष्ट्रीय ढांचे से जोड़ता है। इनके अलावा हाईवे संशोधन, कॉर्पोरेट कानून और बीमा कानून में बदलाव जैसे विधेयक लाए गए। जन विश्वास (प्रावधान संशोधन) विधेयक और इंसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड संशोधन विधेयक को तदर्थ समिति के पास भेजा गया।
चर्चित विधेयक
चर्चा में रहे ये विधेयक
सदन से सस्टेनेबल हार्नेसिंग ऑफ न्यूक्लियर एनर्जी फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (SHANTI) विधेयक भी पारित हुआ। यह विधेयक परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है। पहली बार देश के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोला गया है। इसके अलावा 'विकसित भारत- रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) गारंटी विधेयक, 2025 (VB-जी राम जी) भी पारित हुआ। ये मनरेगा की जगह लेगा। सदन में इस विधेयक का खूब विरोध हुआ और 14 घंटे चर्चा हुई।
दिल्ली प्रदूषण
प्रदूषण पर नहीं हुई चर्चा
दिल्ली में लगातार प्रदूषण पर विपक्ष चर्चा की मांग कर रहा था। सरकार इसके लिए राज भी हो गई। 18 दिसंबर को सदन में इस पर चर्चा होनी थी, लेकिन सदन अगले दिन तक स्थगित कर दिया गया। वायु प्रदूषण को लेकर संसद परिसर में सांकेतिक प्रदर्शन भी किया गया। कुछ सांसदों ने मास्क पहनकर और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर सदन में सरकार के खिलाफ विरोध जताया। नेता विपक्ष राहुल गांधी की कोशिशों के बावजूद इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।
उत्पादकता
सत्र में कितना हुआ काम?
आखिरी दिन लोकसभा की कार्यवाही करीब 3 मिनट ही चल सकी। वहीं, राज्यसभा में भी 20 मिनट ही कामकाज हुआ। स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि सत्र के दौरान 15 बैठकें हुईं और सभी के सहयोग से उत्पादकता 111 प्रतिशत रही। स्पीकर ने सभी सांसदों को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी के सहयोग से सदन में देर रात तक बैठक हुई। बता दें किे ये सत्र इतिहास के सबसे छोटे सत्रों में से एक है।
हंगामा
इन मुद्दों पर हुआ हंगामा
सत्र के पहले हफ्ते मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर हंगामा हुआ। विपक्ष ने दोनों सदनों में नारे और वॉकआउट किया, लेकिन चर्चा नहीं हो सकी। VB-जी राम जी विधेयक पर देर रात तक चली चर्चा में खूब हंगामा हुआ। वहीं, राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर भी लंबी चर्चा हुई। इसके अलावा इंडिगो के परिचालन में व्यवधान और TMC सांसद द्वारा ई-सिगरेट पीने के मुद्दे पर भी हंगामा हुआ।