लोकसभा में पिछले तीन दिनों से केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चल रही चर्चा खत्म हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने इस दौरान सरकार की तमाम उपलब्धियों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान मणिपुर में शांति की अपील भी की।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है। संसदीय कार्य मंत्री ने चौधरी के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव लाया गया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया गया।
कांग्रेस के गौरव गोगोई द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से गिर गया है। मतदान से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया था, जिसके कारण वोटिंग नहीं हुई।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष से कहा कि आओ मिलकर चलें, राजनीति के लिए कम से कम मणिपुर का दुरुपयोग न करें और उसके दर्द को समझकर साथ चलें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद सर्वोच्च संस्था है और ये दलगत राजनीति करने की जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां के पल-पल का उपयोग देश के लिए होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उनका जनता पर अटूट विश्वास है और 1,000 साल की गुलामी के बावजूद उन्होंने विश्वास की लौ बुझने नहीं दी।
उन्होंने कहा कि आज का भारत न झुकता है, न थकता है और न रुकता है। उन्होंने कहा कि आज जो नींव डाली जा रही है, उसकी बदौलत 2047 में भारत विकसित देश होगा।
प्रधानमंत्री मोदी बोले कि उनकी सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास को पहली प्राथमिकता दी है और इसके विकास पर लाखों करोड़ रुपये लगाए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मणिपुर उनके जिगर का टुकड़ा है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की समस्याओं की एकमात्र जननी कांग्रेस है।
उन्होंने कहा कि अनगिनत बलिदान देने वाला मणिपुर कांग्रेस के शासन में अलगाव की आग में बलि चढ़ गया था। एक समय मणिपुर में उग्रवादियों के कहे से सब कुछ होता था और तब वहां कांग्रेस की सरकार थी। जब मणिपुर के स्कूलों में राष्ट्रगान नहीं चलने देंगे, ये नारे लगते थे, तब मणिपुर में कांग्रेस की सरकार थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोहिया जी ने नेहरू जी पर आरोप लगाया था कि वो जानबूझकर पूर्वोत्तर राज्यों का विकास नहीं कर रहे हैं।
'भारत माता की हत्या' वाला राहुल के बयान पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पता नहीं क्यों कुछ लोग भारता माता की मृत्यु की कामना करते नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये लोग कभी लोकतंत्र तो कभी संविधान की हत्या की बात करते हैं और जो इनके मन में आता है, वही जुबान पर आ जाता है।
उन्होंने कहा, "ये वो लोग हैं जिन्होंने मां भारती के 3-3 टुकड़े कर दिए... जिस वंदे मातरम गीत ने देश को प्रेरणा दी, तुष्टिकरण की राजनीति के चलते उन्होंने वंदे मातरम के भी टुकड़े किए। ये लोग 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' कहने वालों का समर्थन करते हैं।"
मणिपुर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध हुए और ये अपराध अक्षम्य हैं। दोषियों को सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार भरपूर प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि वह देश को भरोसा दिलाते है कि जिस तरह प्रयास चल रहे हैं, जल्द मणिपुर में शांति का सूर्य उगेगा।
उन्होंने मणिपुर के लोगों और माता-बेटियों से कहा कि देश उनके साथ है और हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। वहां फिर से शांति की स्थापना होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मणिपुर को भरोसा दिलाते हैं कि वह फिर से विकास के रास्ते पर आगे बढ़े, इसके प्रयास में कोई कमी नहीं रहेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री ने विपक्ष को मणिपुर पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन वो तैयार नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि मणिपुर पर गृह मंत्री अमित शाह ने पूरी स्थिति विस्तार से समझाई है, लेकिन विपक्ष को सिवाय राजनीति कुछ करना नहीं है।
विपक्ष के वॉकआउट पर प्रधानमंत्री मोदी बोले कि जिनका लोकतंत्र पर भरोसा होता है, वो खुद भाषण देकर और कूड़ा फेंककर भागते नहीं हैं।
प्रधानमंत्री के भाषण के विरोध में विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया है।
मोदी ने कहा कि वह देश को विपक्ष की आर्थिक नीति से सावधान करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिन आर्थिक नीतियों को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं, जिस प्रकार खजाने से लुटाकर राजनीतिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, इसका प्रभाव राज्यों की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन देश के दिवालिया होने की गारंटी है, ये इकोनॉमी को डुबाने की गारंटी है, ये डबल डिजिट महंगाई की गारंटी है, ये अस्थिरता की गारंटी है, ये तुष्टिकरण की गारंटी है, ये बेरोजगारी की गारंटी है, ये आतंकवाद की गारंटी है, ये भारत को दो शताब्दी पीछे पहुंचाने की गारंटी है।
प्रधानमंत्री मोदी बोले कि कांग्रेस वर्षों से एक ही फेल प्रोडक्ट को बार-बार लॉन्च कर रही है और इसका नतीजा यह है कि मतदाताओं के प्रति उनकी नफरत आसमान पर पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री ने एक कविता के जरिए राहुल की 'मोहब्बत की दुकान' पर निशाना साधा। इसमें उन्होंने इमरजेंसी से लेकर उरी हमले के सबूत मांगकर सेना का स्वाभिमान बेचने का जिक्र किया।
राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हनुमान ने नहीं घमंड ने लंका जलाई, इसलिए 400 से 40 हो गई।
उन्होंने कहा कि गरीब का बेटा यहां कैसे पहुंचा, ये चुभन अभी भी कांग्रेस को परेशान कर रही है।
प्रधानमंत्री बोले, "कभी इनके जन्मदिन पर हवाई जहाज में केक काटे जाते थे, आज उस हवाई जहाज में गरीब के लिए वैक्सीन जाती है। एक जमाने में ड्राईक्लीनिंग के लिए कपड़े हवाई जहाज से आते थे, आज गरीब हवाई चप्पल वाला हवाई जहाज में उड़ रहा है। कभी छुट्टी बनाने के लिए नौसेना के युद्धपोत मंगवा लेते थे, आज उसी नौसेना के जहाज दूर देशों में फंसे गरीबों को देश वापस लाते हैं... आखिर ये लोग नामदार लोग हैं और हम कामदार लोग हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को परिवारवाद पसंद है और कांग्रेस के दरबारी सिस्टम ने कई विकेट लिए और उनका हक मारा।
उन्होंने अपने तर्क के समर्थन में बाबा साहेब अंबेडकर, बाबू जगजीवन राम, मोरारजी देसाई, चरण सिंह और चंद्रशेखर का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इन्होंने परिवार के लिए कई महान व्यक्तियों को बर्बाद कर दिया।
INDIA गठबंधन पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ये INDIA नहीं, घमंडिया गठबंधन है और इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनने को तैयार है।
उन्होंने INDIA में शामिल पार्टियों की आपस में दशकों पुरानी दुश्मनी और राज्यों में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने और भाजपा के खिलाफ एकजुट होने पर भी सवाल खड़े किए।
शायरी के जरिए INDIA पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'अभी हालत ऐसे हैं, इसलिए हाथों में हाथ, यहां हालात बदले, फिर छुरियां भी निकलेंगी।'
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री बोले कि उसने अपने नाम पर योजनाएं चलाईं और फिर उनमें घोटाला किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पहचान की कोई चीज उसकी खुद की नहीं है और चुनाव चिन्ह और विचार तक चुराए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वोटरों को बुलाने के लिए गांधी नाम भी चुरा लिया और इसमें सब कुछ एक परिवार के हाथों में केंद्रित हो चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि खुद को जिंदा करने के लिए इन्हें NDA का ही सहारा लेना पड़ा है, लेकिन आदत के मुताबिक घमंड के 2 'I' NDA में जोड़ दिए। उन्होंने कहा कि पहला 'I' 26 दलों का घमंड, दूसरा 'I' कांग्रेस का घमंड।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के एक मंत्री ने कुछ दिन पहले कहा कि इंडिया उनके लिए मायने नहीं रखता और तमिलनाडु भारत में है ही नहीं।
प्रधानमंत्री बोले