स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल ले जाए गए सिद्धू, जेल में की विशेष डाइट की मांग
पटियाला जेल में बंद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को आज सुबह भारी सुरक्षा के बीच स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया है। उनके वकील एचपीएस वर्मा ने कहा कि बीमारी से जूझ रहे सिद्धू ने जेल में विशेष डाइट की मांग की है। डॉक्टरों का एक पैनल उनकी स्वास्थ्य जांच कर यह देखेगा कि क्या उन्हें विशेष भोजन की जरूरत है। बाद में यह पैनल स्थानीय अदालत में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनाई थी सिद्धू को एक साल की सजा
सुप्रीम कोर्ट ने बीते गुरुवार को 1988 में पटियाला निवासी गुरनाम सिंह की मौत से जुड़े रोड रेज मामले में सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई थी। उसके बाद सिद्धू ने ट्वीट कर कहा था कि वो कानून के सामने समर्पण को तैयार हैं। सुनवाई के दौरान सिद्धू के वकील ने गुहार लगाई थी कि उन्हें जेल न भेजा जाए और उनके विवादहीन राजनीतिक और खेल करियर को देखते हुए नरम रुख अपनाया जाए।
सिद्धू को ये चीजें खाने की मनाही
वर्मा ने बताया कि बीमारी के चलते सिद्धू गेंहू, चीनी, मैदा और कुछ दूसरी चीजें नहीं खा सकते। उन्हें बैरी, पपीता, अमरूद, डबल टोन्ड दूध और ऐसे खाद्य पदार्थ खाने होते हैं, जिनमें फाइबर और कार्बोहाइड्रेट नहीं होते। बता दें कि 58 वर्षीय कांग्रेस नेता लीवर की बीमारी से जूझ रहे हैं। 2015 में उन्होंने डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) का इलाज करवाया था। इस बीमारी में खून के थक्के जमने से इसका सामान्य प्रवाह प्रभावित होता है।
स्वास्थ्य कारणों से सरेंडर के लिए अतिरिक्त समय चाहते थे सिद्धू
जैसे ही सिद्धू को पटियाला के राजेंद्र अस्पताल में लाए जाने की खबर मिली, उनके समर्थक भारी संख्या में वहां पहुंच गए। गौरतलब है कि सिद्धू को 20 मई को सरेंडर के बाद जेल भेजा गया था। याद दिला दें कि 20 मई को सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर स्वास्थ्य कारणों से सरेंडर करने के लिए अतिरिक्त वक्त की मांग की थी। हालांकि, उन्हें राहत नहीं मिली और उसी दिन सरेंडर करना पड़ा।
किस मामले में हुई थी सिद्धू को सजा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला 1988 में पटियाला निवासी गुरनाम सिंह की मौत से जुड़ा हुआ है। दरअसल, सिद्धू और उनके दोस्त रुपिंदर सिंह सिद्धू ने सड़क के बीच में अपनी जिप्सी खड़ी कर रखी थी। इसी दौरान वहां पहुंचे 65 वर्षीय गुरनाम सिंह ने उन्हें साइड देने को कहा। इसके बाद सिद्धू ने सिंह के साथ मारपीट की थी। बताया जा रहा है कि पिटाई के बाद सिंह को हार्ट अटैक आया था, जिसमें उनकी मौत हो गई।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
एक समय पंजाब के मुख्यमंत्री बनने की रेस में आगे चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू को विधानसभा चुनाव के दौरान करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्हें पंजाब कांग्रेस प्रमुख की कुर्सी भी छोड़नी पड़ी थी। बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा से कांग्रेस में आए सिद्धू को गांधी परिवार ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोध के बावजूद पंजाब में कांग्रेस की कमान सौंपी थी, लेकिन यह फैसला काम नहीं आया।