ममता बनर्जी बोलीं- INDIA गठबंधन में बंगाल कांग्रेस-CPI(M) शामिल नहीं, सरकार बनने पर करेंगे समर्थन
क्या है खबर?
विपक्षी गठबंधन INDIA से दूरी बनाकर चल रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि आम चुनाव के बाद INDIA गठबंधन की सरकार बनने पर वो इसे 'बाहर से समर्थन' देंगी।
हालांकि, उन्होंने गठबंधन की नई परिभाषा गढ़ते हुए कहा कि इसमें पश्चिम बंगाल कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) को शामिल नहीं माना जाए, क्योंकि वे भाजपा के साथ हैं।
बयान
क्या बोलीं ममता?
ममता ने कहा, ''हम INDIA गठबंधन को नेतृत्व प्रदान करेंगे और उन्हें बाहर से हर तरह से मदद करेंगे। हम ऐसी सरकार बनाएंगे ताकि बंगाल में हमारी मां-बहनों को कभी परेशानी न हो और जो लोग 100 दिन रोजगार योजना में काम करते हैं, उन्हें दिक्कत न हो।"
बता दें कि इससे पहले भी ममता ने संकेत दिया था कि अगर INDIA गठबंधन की सरकार बनती है तो वे सहयोग करेंगी।
CPIM
INDIA में CPIM और बंगाल कांग्रेस को न गिना जाए- ममता
ममता ने कहा, "यह पता होना चाहिए कि INDIA गठबंधन में बंगाल कांग्रेस और CPIM को मत गिनें, वे दोनों हमारे साथ नहीं हैं। वे दोनों भाजपा के साथ हैं। मैं दिल्ली के बारे में बात कर रही हूं।"
इससे पहले भी ममता CPIM और राज्य कांग्रेस पर भाजपा की सहयोगी होने का आरोप लगा चुकी हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और ममता कई मौके पर एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं।
चुनाव
बंगाल में अकेले चुनाव लड़ रही है TMC
पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) अकेले चुनाव लड़ रही है।
पहले चर्चा थी कि बंगाल में कांग्रेस और TMC में गठबंधन हो सकता है, लेकिन ऐन वक्त पर सहमति नहीं बन सकी। कथित तौर पर कांग्रेस यहां 10-12 सीटों की मांग कर रही थी, लेकिन TMC 2 से ज्यादा सीटें देने पर तैयार नहीं थी।
इसके बाद TMC ने कांग्रेस से समन्वय किए बिना ही उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी थी।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
5 जनवरी, 1955 को जन्मीं ममता पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री और फिलहाल देश के किसी भी राज्य की एकलौती महिला मुख्यमंत्री हैं।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई देशबंधु शिशु शिक्षालय से की। उसके बाद जोगमाया देवी कॉलेज और कलकत्ता विश्वविद्यालय से इतिहास की पढ़ाई की है।
राजनीति में आने से पहले वे स्टेनोग्राफर और शिक्षक के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वे पश्चिम बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री भी हैं।