लोकसभा चुनाव: इंदिरा गांधी के हत्यारे के बेटे समेत ये 7 निर्दलीय उम्मीदवार बने सांसद
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को 292 सीटें मिली हैं, जबकि INDIA गठबंधन के हिस्से 234 सीटें आई हैं। अन्य के खाते में 17 सीटें गई हैं। इन 17 में से 7 उम्मीदवार ऐसे है, जिन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इनमें से 3 उम्मीदवारों ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया है। आइए निर्दलीय चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों के बारे में जानते हैं।
जेल में बंद निर्दलीय उम्मीदवार से हारे उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ है। यहां से निर्दलीय उम्मीदवार शेख अब्दुल रशीद ने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को 2 लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया है। खास बात है कि शेख ने जेल में रहते हुए उमर को पटखनी दी है। शेख फिलहाल आतंकी फंडिंग के मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन्हें 2019 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गिरफ्तार किया था।
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल भी निर्दलीय जीते
खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने पंजाब की खडूर साहिब सीट से जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 1.97 लाख वोटों से हराया है। अमृतपाल ने भी ये चुनाव जेल में रहते लड़ा था। वे फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। पिछले साल लंबी भागदौड़ के बाद पुलिस ने अमृतपाल को गिरफ्तार किया था।
इंदिरा गांधी के हत्यारे का बेटा भी जीता
पंजाब की फरीदकोट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा ने करमजीत सिंह अनमोल को 70,000 से अधिक वोटों से हराकर जीत दर्ज की है। सरबजीत इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपी बेअंत सिंह के बेटे हैं। इससे पहले वे 2004 में बठिंडा से भी चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। 2007 के पंजाब विधानसभा चुनावों में भी सरबजीत को हार मिली थी। 2014 और 2019 लोकसभा चुनावों में भी वे हार गए थे।
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव
पप्पू यादव ने बिहार की पूर्णिया सीट से निर्दलीय जीत दर्ज की है। उन्होंने मार्च में अपनी जन अधिकार पार्टी (JAP) का कांग्रेस में विलय कर दिया था। तब कहा गया था कि INDIA की ओर से पप्पू को पूर्णिया से उम्मीदवार बनाया जाएगा। हालांकि, सीट बंटवारे में ये सीट राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को चली गई और उसने यहां उम्मीदवार खड़ा कर दिया। पप्पू ने यहां 23,000 से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है।
ये 3 निर्दलीय भी जीते
दमन और दीव से निर्दलीय उम्मीदवार पटेल उमेशभाई बाबूभाई ने मौजूदा भाजपा सांसद लालूभाऊ बाबूभाई पटेल को 6,225 वोटों से हराया। लद्दाख से निर्दलीय मोहम्मद हनीफा ने कांग्रेस के सेरिंग नामग्याल को हराया है। ये चौथी बार है, जब लद्दाख की सीट पर किसी निर्दलीय को जीत मिली है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री वसंतराव पाटिल के पोते विशाल पाटिल ने सांगली सीट से भाजपा के संजय पाटिल को एक लाख से भी ज्यादा वोटों से हराकर जीत दर्ज की है।