कर्नाटक में भाजपा को बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने चुनावी राजनीति छोड़ी
क्या है खबर?
कर्नाटक चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राज्य के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने चुनावी राजनीति छोड़ने का ऐलान करते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।
उन्होंने इस बारे में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर जानकारी दी है। हालांकि, उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का कारण नहीं बताया है।
बता दें कि वे वर्तमान में राज्य की शिवमोगा विधानसभा सीट से विधायक हैं।
पत्र
जेपी नड्डा को पत्र लिख दिया धन्यवाद
ईश्वरप्पा ने जेपी नड्डा को लिखे पत्र में कहा कि वे चुनावी राजनीति छोड़ रहे हैं।
उन्होंने लिखा, "अपनी मर्जी से मैंने कर्नाटक चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है। मैं चुनावी राजनीति से भी संन्यास ले रहा हूं। पार्टी ने पिछले 40 सालों में मुझे कई जिम्मेदारियां दीं। मैं बूथ प्रभारी से राज्य पार्टी प्रमुख तक गया। मुझे उपमुख्यमंत्री बनने का भी सम्मान मिला। मैं पार्टी में अपने सभी वरिष्ठजनों को उनके भरोसे के लिए धन्यवाद देता हूं।"
बयान
विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं ईश्वरप्पा
ईश्वरप्पा विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं।
उन्होंने कहा था कि मुस्लिम नेता अपने युवाओं को काबू में रखें, अगर हिंदू समाज एक साथ खड़ा हो गया तो वे जीवित नहीं रह पाएंगे।
उन्होंने मैसूर के शासक टीपू सुल्तान को एक 'मुसलमान गुंडा' कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद काफी विवाद हुआ था।
एक जनसभा में ईश्वरप्पा ने कहा था कि क्या अल्लाह बहरे हैं, जो उन्हें बुलाने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने की जरूरत पड़ती है।
ठेकेदार
ठेकेदार की आत्महत्या के बाद छोड़ना पड़ा था मंत्री पद
अप्रैल, 2022 में बेलगावी निवासी ठेकेदार संतोष पाटिल का शव शहर के एक लॉज में मिला था।
घटना से कुछ समय पहले संतोष ने अपने दोस्ट को व्हाट्सऐप मैसेज में लिखा था कि ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ही उसकी मौत के जिम्मेदार हैं और उन्हें इसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए।
इसके बाद खूब विवाद हुआ था और ईश्वरप्पा को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
ईश्वरप्पा
कौन हैं केएस ईश्वरप्पा?
10 जून, 1948 को जन्मे ईश्वरप्पा कुरुबा समुदाय से आते हैं। 1989 में उन्होंने शिवमोगा सीट से पहली बार भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी। वर्तमान में भी वे इसी सीट से विधायक हैं।
ईश्वरप्पा कर्नाटक में वरिष्ठ भाजपा नेता हैं और उन्होंने भाजपा सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली हुई है।
वह राज्य में जगदीश शेट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में 2012 से 2013 के दौरान उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं।
चुनाव
कर्नाटक में 10 मई को होना है विधानसभा चुनाव का मतदान
कर्नाटक में सभी सीटों पर 10 मई को एक ही चरण में मतदान होगा और 13 मई को नतीजे जारी किए जाएंगे।
इसके लिए कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP) और JD(S) उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुके हैं। भाजपा ने अभी तक उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है।
राज्य में कुल 225 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 36 सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए और 15 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं।