
जगदीप धनखड़ के बाद कौन संभालेगा संसद का मानसून सत्र, कब होंगे चुनाव? जानिए जरूरी बातें
क्या है खबर?
जगदीप धनखड़ ने सोमवार देर शाम अचानक भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे उन्होंने स्वास्थ्य कारण बताया है। उनके उपराष्ट्रपति पद से उतरते ही अगले उपराष्ट्रपति के संभावित नामों लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि, किसी एक पर मुहर नहीं लगी है। भारतीय संविधान के मुताबिक, नया उपराष्ट्रपति चुने जाने तक राज्यसभा के उपसभापति उच्च सदन के कार्यवाहक अध्यक्ष होंगे, जो अभी हरिवंश नारायण सिंह हैं। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति होता है।
पद
मानसून सत्र के बीच धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद आगे क्या होगा?
धनखड़ ने उस समय इस्तीफा दिया है, जब संसद का मानसून सत्र चल रहा है और कई जरूरी मुद्दों पर बहस होनी है। धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद मंगलवार से हरिवंश कार्यवाहक राज्यसभा सभापति के रूप में संसद की कार्यवाही शुरू करेंगे। हालांकि, इसी बीच 60 के दिन अंदर उपराष्ट्रपति पद को भरने के लिए चुनाव होने चाहिए, जिसकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग के पास है। वह जल्द ही चुनाव समय-सारिणी घोषित करेगी।
चुनाव
उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया क्या है?
उपराष्ट्रपति का चुनाव 60 दिन के अंदर होना है, ऐसे में अगला उपराष्ट्रपति 19 सितंबर, 2025 तक मिल जाएगा। सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी INDIA गठबंधन आने वाले दिनों में अपने-अपने उम्मीदवार की घोषणा करेंगे। सांसद गुप्त मतदान करेंगे। इस चुनाव में एकल संक्रमणीय मत के जरिए आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली का उपयोग होता है। चुनाव में केवल लोकसभा, राज्यसभा के सांसद और मनोनीत सदस्य मतदान कर सकते हैं। इसमें विधायक मतदान नहीं करते।
नाम
उपराष्ट्रपति के लिए NDA और INDIA में किन नामों की चर्चा
उपराष्ट्रपति पद के लिए जल्द ही NDA और INDIA गठबंधन अपने-अपने उम्मीदवार के नाम घोषित कर देंगे। अभी तक NDA की ओर से कोई नाम सामने नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में भाजपा के वरिष्ठ मुस्लिम नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का नाम चल रहा है। INDIA गठबंधन ने 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में मार्गरेट अल्वा को उतारा था। इस बार भी उनका उम्मीदवार सभी दलों के बीच व्यापक स्वीकार्यता वाला होगा।
इस्तीफा
धनखड़ ने क्यों दिया इस्तीफा?
धनखड़ ने सोमवार को अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया। इसमें उन्होंने लिखा, "स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(A) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं। मैं राष्ट्रपति के प्रति उनके अटूट समर्थन और मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे बीच बने सुखद और अद्भुत कार्य संबंधों के लिए हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री का समर्थन अमूल्य रहा है।"