महाराष्ट्र चुनाव: शरद का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन; बारामती हारे, केवल 10 सीटें जीतीं
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सबको चौंका दिया है। महायुति गठबंधन के सत्ता में आने के आसार थे, लेकिन इतनी प्रचंड जीत की उम्मीद किसी को नहीं थी। महाविकास अगाड़ी (MVA) की हार के साथ ही शरद पवार के सियासी भविष्य को लेकर कई कयास लगने लगे हैं। उनकी पार्टी के केवल 10 उम्मीदवारों को जीत मिली है। ये शरद का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है। आइए समझते हैं अजित ने कैसे शरद को पटखनी दी है।
अजित ने कैसे दी शरद को पटखनी?
शरद की पार्टी ने 86 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। वहीं, अजित की पार्टी 59 सीटों पर मैदान में थी। 42 सीटों पर अजित और शरद के बीच सीधा मुकाबला था। इनमें से 7 सीटों पर शरद और बाकी 35 सीटों पर अजित की पार्टी की जीत हुई है। शरद ने इस्लामपुर, बीड और तासगांव जैसी जगहों पर जीत हासिल की हैं, जबकि येवला, डिंडौरी, आंबेगाव और बारामती में अजित को जीत मिली।
'असली NCP' पर भी लग गई मुहर
अजित ने शरद से न सिर्फ 4 गुना ज्यादा सीटें जीती हैं, बल्कि पवार परिवार का गढ़ रहे बारामती को भी जीत लिया है। उन्होंने शरद के पोते और अपने भतीजे युगेंद्र पवार को हराकर असली बनाम नकली NCP की जंग भी जीत ली है। चुनावी आंकड़े बता रहे हैं कि शरद अपने राजनीतिक करियर के सबसे बुरे दौर में पहुंच गए हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में NCP को 41 और 2019 में 54 सीटें मिली थीं।
अजित ने पारंपरिक वोट बैंक में लगाई सेंध
मुस्लिम बहुल सीटों पर भी अजित ने शरद को मात दी। अणुशक्तिनगर और कागल में अजित के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। पश्चिम महाराष्ट्र को शरद का गढ़ माना जाता रहा है। यहां के किसान हमेशा शरद का साथ देते आए हैं। कयास थे कि NCP में विभाजन के बाद वोट भी बिखरेंगे, लेकिन अजित ने यहां भी बेहतर प्रदर्शन किया है। उनकी पार्टी ने 11 और भाजपा ने 24 सीटें जीती हैं।
NCP शरद की अब रणनीति क्या है?
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए NCP (शरद) के एक नेता ने कहा, "अब विधानसभा में हमारी उपस्थिति लगभग शून्य है। असली लड़ाई सड़कों पर और लोगों के बीच होगी। हमारे लिए आगे बढ़ने का यही एकमात्र रास्ता है।" वहीं, शरद के एक वरिष्ठ सहयोगी ने कहा, "यह पहली बार है जब नतीजों के दिन शरद ने मीडिया का सामना नहीं किया है।" ये संकेत है कि पार्टी नतीजों से सदमे में है।
क्या रहे महाराष्ट्र के चुनावी नतीजे?
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन को 230 और विपक्षी MVA को केवल 46 सीटें मिली हैं। महायुति में भाजपा ने 132, शिंदे सेना ने 57 और NCP शरद ने 41 सीटें जीती हैं। MVA में कांग्रेस ने 16, शिवसेना उद्धव ने 20 और NCP शरद ने 10 सीटें जीती हैं। 6 प्रमुख पार्टियों में से शरद की पार्टी को सबस कम सीटें मिली हैं। अन्य पार्टियों ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है।