महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के ठिकानों पर ED का छापा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के चार ठिकानों पर छापा मारा और सर्च अभियान चलाया। जिन जगहों पर छापा मारा गया है, उनमें देशमुख का नागपुर स्थित घर भी शामिल है। इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भी मई में देशमुख के मुंबई और नागपुर स्थित कई ठिकानों पर छापा मारा था। इस छापे के दौरान उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े सबूत मिले थे।
देशमुख पर क्या आरोप हैं?
मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी गाड़ी मिलने के मामले में गिरफ्तार किए गए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि देशमुख पुलिसकर्मियों को घर बुलाकर मामलों की जांच को विशेष दिशा में ले जाने को कहते थे।
महाराष्ट्र की राजनीति में आ गया था भूचाल
देशमुख पर परमबीर सिंह के आरोपों से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया था और विपक्ष लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहा था। यही नहीं कुछ विपक्षी नेताओं ने तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने तक की मांग कर डाली थी। दूसरी तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार देशमुख के समर्थन में उतरे थे और उन्होंने परमबीर सिंह के आरोपों पर संदेह व्यक्त करते हुए इनके समय पर सवाल उठाए थे।
हाई कोर्ट के आदेश के बाद देशमुख को देना पड़ा था इस्तीफा
हालांकि हाई कोर्ट की तरफ से CBI को प्राथमिक जांच का आदेश देने के कुछ ही घंटों बाद देशमुख ने गृहमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि इस आदेश के बाद उनका पद पर बने रहना नैतिक रूप से उचित नहीं है। प्राथमिक जांच के दौरान CBI अधिकारियों ने देखमुख से लगभग 11 घंटे पूछताछ की थी और इस पूछताछ के बाद मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
देशमुख के ठिकानों से मिले थे शेल कंपनियों के दस्तावेज- रिपोर्ट
मई में CBI ने देशमुख के मुंबई और नागपुर स्थिति ठिकानों पर छापा भी मारा था। टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के अनुसार, इस छापे में देशमुख द्वारा चलाई जा रहीं शेल कंपनियों के दस्तावेज मिले थे। देशमुख अपने रिश्तेदारों के नाम से ये कंपनियां चला रहे थे और इनका इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा रहा था। इसके बाद ED ने भी मामले में केस दर्ज किया था और इसी केस में आज छापा मारा गया है।
बार मालिकों ने देशमुख को दिए 4 करोड़ रुपये- ED
ED की अब तक की जांच में सामने आया है कि मुंबई के 10 बार के मालिकों ने अनिल देशमुख को तीन महीने तक 4 करोड़ रुपये दिए थे। परमबीर सिंह और CBI भी उन पर इसी तरह के आरोप लगा चुके हैं।