महाराष्ट्र: पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ CBI ने दर्ज की FIR, आवास पर छापेमारी
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने उनके खिलाफ FIR दर्ज की है।
जांच एजेंसी आज सुबह से ही इस मामले में उनके आवास समेत दूसरी जगहों पर छापेमारी कर रही है।
बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद CBI की देशमुख के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की प्राथमिक जांच बीते शुक्रवार को पूरी हो गई थी।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
आरोप
देशमुख पर क्या आरोप है?
मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी गाड़ी मिलने के मामले में गिरफ्तार किए गए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य दिया था।
उन्होंने यह भी कहा था कि देशमुख पुलिसकर्मियों को घर बुलाकर मामलों की जांच को विशेष दिशा में ले जाने को कहते थे।
जानकारी
मुंबई और नागपुर आवासों समेत चार जगहों पर छापेमारी
बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में CBI को 15 दिनों के भीतर इस बात की जांच करने को कहा था कि देशमुख के खिलाफ FIR दर्ज की जा सकती या नहीं। इसके बाद CBI ने 6 अप्रैल को देशमुख और अन्यों के खिलाफ प्राथमिक जांच शुरू कर दी थी।
अब देशमुख के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद CBI शनिवार को उनके मुंबई और नागपुर स्थित आवासों समेत चार जगहों पर छापेमारी कर रही है।
जांच
देशमुख से पूछताछ कर चुकी है CBI
CBI ने प्राथमिक जांच के दौरान देशमुख से पूछताछ की थी। बीते हफ्ते CBI के दो अधिकारियों ने देशमुख से लगभग 11 घंटे तक पूछताछ की थी।
सूत्रों के अनुसार, पूर्व गृह मंत्री ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से खंडन करते हुए कहा कि उन पर लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
देशमुख से पहले जांच एजेंसी ने उनके दो निजी सहायकों से सवाल-जवाब किए थे। इसके अलावा सचिव वाजे के ड्राइवरों से भी पूछताछ हो चुकी है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र की राजनीति में आ गया था भूचाल
देशमुख पर परमबीर सिंह के आरोपों से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया था और विपक्ष लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहा था। यही नहीं कुछ विपक्षी नेताओं ने तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने तक की मांग कर डाली थी।
दूसरी तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार देशमुख के समर्थन में उतरे थे और उन्होंने परमबीर सिंह के आरोपों पर संदेह व्यक्त करते हुए इनके समय पर सवाल उठाए थे।
जानकारी
हाई कोर्ट के आदेश के बाद दिया था इस्तीफा
हाई कोर्ट की तरफ से CBI को प्राथमिक जांच का आदेश देने के कुछ ही घंटों बाद देशमुख ने गृहमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि इस आदेश के बाद उनका पद पर बने रहना नैतिक रूप से उचित नहीं है।