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दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी से फिर वापस लिया गया सरकारी आवास, केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
आतिशी को मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाला गया

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी से फिर वापस लिया गया सरकारी आवास, केंद्र सरकार पर लगाया आरोप

लेखन गजेंद्र
Jan 07, 2025
06:57 pm

क्या है खबर?

दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार पर सरकारी आवास वापस लेने का बड़ा आरोप लगाया है। आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में चुनाव की घोषणा से पहले सोमवार को रात को केंद्र सरकार ने उनको मिले सरकारी मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाल दिया। उन्होंने बताया कि यह 3 महीने में दूसरी बार हुआ है। सरकार ने उनका अलॉटमेंट रद्द कर दिया है और मुख्यमंत्री का आवास छीन लिया है।

आरोप

आगे क्या बोलीं आतिशी?

आतिशी ने आगे कहा, "3 महीने पहले भी इन्होंने यही किया था, जब मैं मुख्यमंत्री बनी थी। मुख्यमंत्री आवास से मेरा और मेरे परिवार का सामान निकालकर सड़क पर फेंक दिया था। भाजपा को लगता है कि मुझे और मेरे परिवार को गाली देने या ऐसा काम करने से दिल्ली के काम रोक देंगे, मैं बताना चाहती हूं कि घर छीनने और गालियां देने से हमारे काम नहीं रुकेंगे। मैं दिल्लीवालों के घर पर रहकर काम करूंगी।"

ट्विटर पोस्ट

सुनिए, क्या बोलीं आतिशी

सफाई

PWD ने सफाई दी

आतिशी के आरोपों पर लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सफाई दी है। खबरों के मुताबिक, विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आतिशी को बंगले से निकाला नहीं गया है, बल्कि वे कभी वहां शिफ्ट नहीं हुई थीं। आतिशी 17AB मथुरा रोड स्थित सरकारी आवास में रह रही हैं। विभाग ने बताया कि आतिशी को 6 फ्लैग स्टाफ मुख्यमंत्री आवास एक हफ्ते के अंदर लेना था, लेकिन 3 हफ्ते तक नहीं लिया। इस बंगले की जांच भी चल रही है।

सफाई

मुख्यमंत्री को ऑफर किए गए थे 2 अन्य बंगले

विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आतिशी को मुख्यमंत्री आवास, इसी शर्त पर आवंटित किया गया था कि वह केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में सहयोग करेंगी। विभाग ने बताया कि बंगले की भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत एजेंसियां जांच कर रही है। आतिशी ने जानबूझकर 3 महीने तक बंगला नहीं लिया। विभाग का कहना है कि उनको 8 राज निवास लेन, सिविल लाइंस और अंसारी रोड, दरियागंज में भी बंगला दिया गया था।

जानकारी

दिल्ली में 5 फरवरी को है चुनाव

दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को एक ही चरण में मतदान होगा। इसके बाद 8 फरवरी को मतों की गणना की जाएगी। इस बार दिल्ली में 13,055 सीटों पर 1.55 करोड़ मतदाता अपना मतदान करेंगे। 10 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी।