दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को गृह-वित्त और प्रवेश वर्मा को मिल सकती है शिक्षा-परिवहन की जिम्मेदारी
क्या है खबर?
दिल्ली की नई नवेली भाजपा सरकार में विभागों का बंटवारे को लेकर अहम खबर सामने आ रही है। दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने पास गृह और वित्त जैसे महत्वपूर्ण विभाग रख सकती हैं।
वहीं, नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। उन्हें शिक्षा, लोककल्याण और परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी मिल सकती है।
दिल्ली में आज (20 फरवरी) को ही शपथ ग्रहण समारोह हुआ था।
विभाग
किसे मिल सकता है कौनसा विभाग?
दैनिक भास्कर ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि रेखा गुप्ता अपने पास गृह, वित्त, सेवा, सतर्कता और योजना विभाग रख सकती हैं।
प्रवेश वर्मा को शिक्षा, लोक निर्माण और परिवहन, मनजिंदर सिंह सिरसा को स्वास्थ्य, शहरी विकास और उद्योग, रवींद्र कुमार इंद्राज को समाज कल्याण और SC/ST मामले, कपिल मिश्रा को जल, पर्यटन और संस्कृति, आशीष सूद को राजस्व, पर्यावरण और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और पंकज कुमार को कानून, विधायी मामले और आवास मंत्रालय मिल सकता है।
ADR
71 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले- ADR
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स(ADR) के अनुसार, दिल्ली में शपथ लेने वाले 7 मंत्रियों में से मुख्यमंत्री सहित 5 के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मंत्री आशीष सूद पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं।
राजौरी गार्डन से विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा सबसे अमीर मंत्री हैं। उनकी संपत्ति 248.85 करोड़ रुपये है, जबकि करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा की संपत्ति मंत्रियों में सबसे कम हैं। उनके पास 1.06 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
बैठक
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों समेत की यमुना आरती
मुख्यमंत्री रेखा ने आज शाम यमुना नदी के वासुदेव घाट पर आरती की। उनके साथ 6 मंत्री भी थे।
इसके बाद सभी सचिवालय रवाना हुए और यहां पर नई सरकार की पहली मंत्रिमंडल बैठक हुई।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में यमुना की सफाई बड़ा मुद्दा था। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यमुना को साफ करने का वादा किया है। नदी की सफाई का कुछ काम शुरू भी हो चुका है।
परिणाम
दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा सरकार
दिल्ली चुनावों में भाजपा ने 48 और AAP ने 22 सीटें जीती हैं। कांग्रेस को पिछली बार की तरह इस बार भी एक भी सीट नहीं मिली है।
AAP के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज समेत कई नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा है।
इसी के साथ 27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है।