NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / #NewsBytesExplainer: खत्म हुआ देश पर 10 साल राज करने वाला UPA, जानें इसका इतिहास 
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: खत्म हुआ देश पर 10 साल राज करने वाला UPA, जानें इसका इतिहास 
    सोनिया गांधी ने UPA का गठन किया था

    #NewsBytesExplainer: खत्म हुआ देश पर 10 साल राज करने वाला UPA, जानें इसका इतिहास 

    लेखन नवीन
    Jul 19, 2023
    08:24 pm

    क्या है खबर?

    कांग्रेस समेत 26 विपक्षी पार्टियों ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एक नया गठबंधन बनाया है। इस गठबंधन को इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) नाम दिया गया है।

    मंगलवार को इस गठबंधन की आधिकारिक घोषणा की गई, जिसके साथ ही कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) भारतीय राजनीति में इतिहास बन गया।

    आइए जानते हैं कि UPA के गठन की जरूरत क्यों पड़ी थी और इसका क्या इतिहास रहा।

    गठन

    कब हुआ था UPA का गठन?

    2004 के लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। इस चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी पार्टियों की 181 सीटें और कांग्रेस और उसकी समर्थक पार्टियों को 218 सीटों पर जीत मिलीं थी।

    केंद्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व में UPA का गठन हुआ था। UPA की सरकार बनने में वाम पार्टियों की अहम भूमिका रही थी। वाम पार्टियां UPA में शामिल नहीं हुई थीं, लेकिन उन्होंने बाहर से समर्थन दिया था।

    कितनी पार्टी

    UPA के गठन में कितनी पार्टियां हुई थीं शामिल? 

    कांग्रेस के नेतृत्व वाले UPA के गठन के समय कुल 15 पार्टियां एक साथ आई थीं।

    इनमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), लोक जनशक्ति पार्टी (LJP), तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS), पट्टाली मक्कल काटची, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM), पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP), रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) और केरल कांग्रेस जैसी पार्टियां शामिल थीं।

    सरकार

    वामपंथी पार्टियों ने मझधार में छोड़ दिया था UPA-1

    UPA की पहली सरकार में वाम पार्टियों के साथ सरकार चलाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया गया था। UPA-1 की सरकार में डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने थे और यह सरकार 2004 से 2009 तक पूरे 5 साल चली थी।

    इसी बीच 2008 में वाम पार्टियों ने अमेरिका के साथ परमाणु संधि का विरोध करते हुए अपना समर्थन वापस ले लिया था, लेकिन समाजवादी पार्टी जैसी कई पार्टियों के बाहर से समर्थन देने से सरकार बच गई थी।

    UPA-2

    2009 चुनाव के बाद बनी UPA-2 की सरकार 

    2009 के लोकसभा चुनाव में भी किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। UPA को इस चुनाव में 206 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि भाजपा का राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) 116 सीटों पर ही सिमट गया था।

    इसके बाद बाहर से समर्थन लेकर UPA-2 की सरकार बनी और मनमोहन सिंह ने फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इस सरकार के दौरान हुए कई घोटाले हुए कांग्रेस की खूब किरकिरी हुई।

    जानकारी

    UPA-2 सरकार के दौरान ये घोटाले आए थे सामने

    UPA सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान सत्यम घोटाला, 2G स्पेक्ट्रम घोटाला, आदर्श घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला और कोयला घोटाला आदि सामने आए थे। घोटालों के दाग से बचने के लिए 2014 लोकसभा चुनाव में कई पार्टियों ने UPA से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ा।

    स्थिति

    2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में UPA की बड़ी हार

    2014 के लोकसभा चुनाव में UPA सिर्फ 60 सीट ही जीत पाई। भाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई और तब से उसी की सरकार है।

    2019 चुनाव में UPA 91 सीटों पर जीती, जिसमें से कांग्रेस की 52 सीटें रहीं।

    UPA ने 2015 से 2023 के बीच में हुए विधानसभा चुनावों में सिर्फ 3 राज्यों में ही जीत दर्ज की। मौजूद समय में UPA (अब INDIA) की 7 राज्यों में सरकार है।

    क्यों पड़ी जरूरत

    क्यों पड़ी UPA का नाम बदलने की जरूरत?

    विपक्षी पार्टियों ने UPA को नया स्वरूप देने और नए नामकरण INDIA के पीछे कई तर्क दिये हैं। विपक्षी नेताओं ने कहा कि नए नाम के जरिए विपक्ष आसानी से 'INDIA बनाम NDA' की लड़ाई लड़ सकेगा। इस गठबंधन की टैगलाइन भी 'भारत जीतेगा' रखी गई है।

    इसके अलावा घोटालों के कारण UPA-2 की जो छवि लोगों के मन में है, उससे पीछा छुड़ाना भी नाम बदलने का एक कारण हो सकता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    कांग्रेस समाचार
    UPA सरकार
    लोकसभा चुनाव
    #NewsBytesExplainer

    ताज़ा खबरें

    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव
    असम में विदेशी बताकर लोगों को जबरन बांग्लादेश भेजे जाने के मामले क्या हैं? असम

    कांग्रेस समाचार

    AAP की कांग्रेस को धमकी, अध्यादेश पर समर्थन नहीं किया तो विपक्षी बैठक का बहिष्कार करेंगे- रिपोर्ट आम आदमी पार्टी समाचार
    भाजपा के मुकाबले के लिए पटना में विपक्ष की बड़ी बैठक जारी, 15 पार्टियां जुटीं  बिहार
    कांग्रेस की 'भारत जोड़ो' और भाजपा-RSS की 'भारत तोड़ो' विचारधारा में लड़ाई- राहुल गांधी  राहुल गांधी
    केंद्र के अध्यादेश पर AAP की धमकी पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने दिया ये जवाब मल्लिकार्जुन खड़गे

    UPA सरकार

    मोदी सरकार ने UPA सरकार से 2.86 प्रतिशत सस्ता किया राफेल सौदा, CAG रिपोर्ट में खुलासा फ्रांस
    राफेल डीलः अपने फैसले की समीक्षा को तैयार सुप्रीम कोर्ट, जल्द होगी सुनवाई कांग्रेस समाचार
    अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला: आरोपी से करोड़ों का लेनदेन करने वाले 'RG' का पता लगा रही ED इटली
    जानें क्या है इशरत जहां 'फेक' एनकाउंटर मामला, जिसमें बरी हुए डीजी वंजारा नरेंद्र मोदी

    लोकसभा चुनाव

    न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न का इस्तीफे का ऐलान, कहा- अब ऊर्जा नहीं बची न्यूजीलैंड
    न्यूजीलैंड: नए प्रधानमंत्री की तलाश शुरू, जेसिंडा अर्डर्न के उत्तराधिकारी की रेस में ये नाम आगे न्यूजीलैंड
    बजट: प्रधानमंत्री आवास योजना पर खर्च में 66 प्रतिशत वृद्धि, इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट 33 प्रतिशत बढ़ा बजट
    2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा का कोई मुकाबला नहीं, तीसरी बार लौटेंगे- अमित शाह अमित शाह

    #NewsBytesExplainer

    #NewsBytesExplainer: प्रियंका चोपड़ा की 'सिटाडेल' का बजट कैसे पहुंच गया 2,000 करोड़? जानिए पूरी कहानी अमेजन प्राइम वीडियो
    #NewsBytesExplainer: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के 500 दिन पूरे, जानें अब तक क्या-क्या हुआ रूस समाचार
    #NewsBytesExplainer: होंडा अमेज करीब एक दशक से रही है ग्राहकों की पसंदीदा सेडान कार, पढ़िए सफर    होंडा एक्टिवा
    #NewsBytesExplainer: फिल्मों की शूटिंग के लिए बॉलीवुड की पहली पसंद क्यों है मंडावा? जानिए इसकी खासियत राजस्थान
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025